उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में एक मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने में जाने पर थानाध्यक्ष द्वारा पीड़ित के साथ बलात्कार किए जाने के सनसनीखेज मामले में थानाध्यक्ष को निलंबित किए जाने के बाद बुधवार को पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुऐ लखनऊ में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की सूचना मिलने पर तत्काल थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही की गई है। गौरतलब है कि ललितपुर के थाना पाली में हुई यह वारदात बुधवार को उजागर होने के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक ने थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार 13 साल की मासूम पीड़िता को चार लड़के गत 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गए थे। जहां पर तीन दिन उन लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद 25 अप्रैल को पाली में वह उसे छोड़कर फरार हो गए। बाद में पुलिस ने पीड़िता की मौसी को बुलाकर उसे सौंप दिया।
पीड़िता ने चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को सुनाई आपबीती
इसके बाद 27 अप्रैल को थानाध्यक्ष ने बयान लेने के लिए पीड़ित को थाने में बुलाया और अपने कमरे में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद उसने पीड़ित की मौसी को बुलाया और उसे साथ भेज दिया। इसके बाद 30 अप्रैल को पुलिस ने फिर से पीड़ित को थाने बुलाया और थाने से लड़की को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया। जहां उसने चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को अपनी आपबीती सुनाई। इस पर चाइल्ड लाइन वालों ने पीड़िता की मां को बुलाया। जहां लड़की ने बताया कि उसके साथ चार लड़के और एक दरोगा ने दुष्कर्म किया है। जिसके बाद उसकी मां ने थानाध्यक्ष सहित 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस महानिदेशक कुमार ने बताया कि इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है। साथ ही इंस्पेक्टर सहित 6 लोगों के खिलाफ इस मामले में मुकदमा में दर्ज किया गया है।
पीड़िता ने चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को सुनाई आपबीती
इसके बाद 27 अप्रैल को थानाध्यक्ष ने बयान लेने के लिए पीड़ित को थाने में बुलाया और अपने कमरे में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद उसने पीड़ित की मौसी को बुलाया और उसे साथ भेज दिया। इसके बाद 30 अप्रैल को पुलिस ने फिर से पीड़ित को थाने बुलाया और थाने से लड़की को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया। जहां उसने चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को अपनी आपबीती सुनाई। इस पर चाइल्ड लाइन वालों ने पीड़िता की मां को बुलाया। जहां लड़की ने बताया कि उसके साथ चार लड़के और एक दरोगा ने दुष्कर्म किया है। जिसके बाद उसकी मां ने थानाध्यक्ष सहित 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस महानिदेशक कुमार ने बताया कि इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है। साथ ही इंस्पेक्टर सहित 6 लोगों के खिलाफ इस मामले में मुकदमा में दर्ज किया गया है।
पुलिस महानिदेशक ने डीआईजी को मौके पर रहने के दिए निर्देश
मामला तूल पकड़ने पर इलाके के एडीजी (कानपुर) ने पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक कुल तीन लोगों की गिरफ्तारी की गई है। इनमें एक महिला भी शामिल है। कुमार ने कहा कि, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने झांसी मंडल के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) को मौके पर रहने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने डीआईजी को तब तक मौके पर रहने को कहा है जब तक कि पूरी घटना का पर्दाफाश नहीं हो जाता। कुमार ने कहा कि आरोपियों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि दोषी कोई भी हो, चाहे पुलिस महकमे का ही अधिकारी या कर्मचारी ही क्यों न हों, सभी के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी। किसी को बक्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि, मामले की तफ्तीश के लिए जांच टीम तैनात की गई है। लगातार गिरफ्तारी के प्रयास जारी रखते हुए मामले की विवेचना की जा रही है।
मामला तूल पकड़ने पर इलाके के एडीजी (कानपुर) ने पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक कुल तीन लोगों की गिरफ्तारी की गई है। इनमें एक महिला भी शामिल है। कुमार ने कहा कि, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने झांसी मंडल के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) को मौके पर रहने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने डीआईजी को तब तक मौके पर रहने को कहा है जब तक कि पूरी घटना का पर्दाफाश नहीं हो जाता। कुमार ने कहा कि आरोपियों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि दोषी कोई भी हो, चाहे पुलिस महकमे का ही अधिकारी या कर्मचारी ही क्यों न हों, सभी के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी। किसी को बक्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि, मामले की तफ्तीश के लिए जांच टीम तैनात की गई है। लगातार गिरफ्तारी के प्रयास जारी रखते हुए मामले की विवेचना की जा रही है।