पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर उन्नाव के मांखी दुष्कर्म मामले में उम्रकैद की सज़ा काट रहे थे। सेंगर को बेटी की शादी के लिए 15 दिन के पेरोल पर मिली रिहाई को लेकर रेप पीड़िता ने विरोध जताया है। जानकारी के अनुसार, पीड़िता ने जान के ख़तरे का हवाला देकर विरोध कर रही है। पीड़िता ने एक वीडियो बयान जारी किया है। इसमें उसने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस सिलसिले में पत्र लिखकर अपने तथा अपने परिवार को जान का खतरा होने का अंदेशा जताया है।
वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर भी विरोध किया
उन्नाओ पीडिता ने वीडियो के साथ ही सोशल मीडिया पर जारी किए अपने पत्र में सेंगर को उसकी बेटी की शादी के लिये मिली 15 दिन की पेरोल का विरोध किया है। उसने कहा है कि सेंगर जितने दिन बाहर रहेगा वह पीड़िता तथा उसके परिवार के साथ ही गवाहों के लिए भी खतरा बना रहेगा। गौरतलब है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने माखी दुष्कर्म कांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर को अपनी बेटी की शादी में शामिल होने के लिये 27 जनवरी से 10 फरवरी तक की पेरोल पर छोड़ने का आदेश दिया है।
चाचा को अंतरिम जमानत न दिए जाने को षडयंत्र बताया
पीड़िता ने पूर्व में अपनी बहन की शादी में अपने चाचा को अंतरिम जमानत न दिए जाने को भी पूर्व विधायक सेंगर के परिजन के षडयंत्र का नतीजा बताया है। उसने जारी वीडियो में कहा कि ”पूर्व विधायक सेंगर की पत्नी संगीता अपने पति को मिली पेरोल पर न्यायपालिका को धन्यवाद दे रही हैं जबकि मेरी बहन की शादी के समय मेरे चाचा को मिली पेरोल का मेरे पिता की हत्या के दोषी पूर्व विधायक के भाई ने विरोध किया था।’’