उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 23 जून को मतदान होगा।प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने मीडिया को बताया कि आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा।ये दोनों सीटें प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसदों अखिलेश यादव और आजम खान के विधानसभा के लिए निर्वाचित होने के कारण लोकसभा से इस्तीफा देने की वजह से रिक्त हुई हैं।आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा क्षेत्र सपा के मजबूत गढ़ माने जाते हैं।
जानिए क्या हाल है इन सीटों का
आजमगढ़ सीट से अखिलेश यादव से पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव सांसद थे।दूसरी ओर, रामपुर लम्बे समय से आजम खां का प्रभाव क्षेत्र रहा है और पार्टी ने रामपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव का जिम्मा खां को ही सौंपा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां इन दोनों ही सीटों पर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में सभाएं कीं वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक भी चुनावी रैली में हिस्सा नहीं लिया। बुधवार को कन्नौज में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने दावा किया था कि उनकी पार्टी ये दोनों सीटें जीत रही है।
जानिए क्या हाल है इन सीटों का
आजमगढ़ सीट से अखिलेश यादव से पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव सांसद थे।दूसरी ओर, रामपुर लम्बे समय से आजम खां का प्रभाव क्षेत्र रहा है और पार्टी ने रामपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव का जिम्मा खां को ही सौंपा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां इन दोनों ही सीटों पर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में सभाएं कीं वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक भी चुनावी रैली में हिस्सा नहीं लिया। बुधवार को कन्नौज में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने दावा किया था कि उनकी पार्टी ये दोनों सीटें जीत रही है।
भाजपा ने इस सीट पर उपचुनाव में भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव को एक बार फिर मैदान में उतारा है को एक बार फिर मैदान में उतारा है। वहीं, समाजवादी पार्टी ने बदायूं से पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली पर दांव लगाया है। यहां मुख्य मुकाबला इन्हीं तीनों के बीच माना जा रहा है।वैसे, आजमगढ़ में कुल 13 उम्मीदवार इस उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
क्या है इन दोनों सीटों का चुनावी गणित
आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में यादव और मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा है। यहां यादव वोटरों की तादाद 21 प्रतिशत है जबकि मुस्लिम मतदाता 15प्रतिशत हैं। इसके अलावा 20 प्रतिशत दलित तथा 18 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग के गैर यादव मतदाता हैं।वर्ष 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां से भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ को तीन लाख 61 हजार मतों से परास्त किया था।
क्या है इन दोनों सीटों का चुनावी गणित
आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में यादव और मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा है। यहां यादव वोटरों की तादाद 21 प्रतिशत है जबकि मुस्लिम मतदाता 15प्रतिशत हैं। इसके अलावा 20 प्रतिशत दलित तथा 18 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग के गैर यादव मतदाता हैं।वर्ष 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां से भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ को तीन लाख 61 हजार मतों से परास्त किया था।
रामपुर लोकसभा क्षेत्र में 17 लाख से अधिक मतदाता हैं। यहां 50 प्रतिशत हिंदू मतदाता और करीब 49 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार आजम खां ने भाजपा प्रत्याशी जयाप्रदा को एक लाख नौ हजार 997 मतों के भारी अंतर से पराजित किया था।रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सीधा मुकाबला सपा के आसिम राजा और भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी के बीच है। लोधी पूर्व में आजम खां के करीबी थे। उन्होंने हाल ही में भाजपा का दामन थामा है।