देश के तमाम राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं कोरोना की तीसरी लहर के कमजोर पड़ने पर राज्य सरकार ने भी एहतियातन लगाई गई पाबंदियों को हटाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में आज राज्य सरकार ने नाइट कर्फ्यू को लेकर भी बड़ा फैसला लिया है।
अभी तक रात के 11 बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू जारी था। जिससे दुकानें और रेस्टोरेंट 11 बजे तक बंद हो जाते थे। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार कम होते जा रहे हैं जिसे देखते हुए प्रशासन ने निर्णय लिया है।
आधी की जाएगी रैपिड रिस्पांस टीमों की संख्या
लखनऊ शहर में संक्रमण कम होने से स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड रिस्पांस टीम की तादाद भी आधी करने की तैयारी कर ली है। इसके लिए जिला प्रशासन को पत्र भेजा गया है। वहां से मुहर लगते ही टीम घटा दी जाएगी। लखनऊ में रोजाना मिलने वाले नए संक्रमितों की संख्या 100 के करीब पहुंच गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड रिस्पांस टीम की संख्या में 50 प्रतिशत तक की कटौती का फैसला किया है। अफसरों का कहना है कोरोना के मरीज बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग रोजाना 15 से 20 हजार से अधिक लोगों की रोजाना जांच कर रहा था। इसके लिए डीएम के निर्देश पर आरआरटी टीम की संख्या बढ़ाकर 206 कर दी थी। अब संक्रमण का ग्राफ कम होने पर टीमों में कटौती करने के लिए डीएम को पत्र भेजा गया है। वहां से मुहर लगने के बाद टीम की संख्या 100 से नीचे कर दी जाएगी।
रेड जोन में अभी 17 टीमें
अफसरों ने बताया कि लगातार मरीज मिलने से अलीगंज, इंदिरानगर, गोमतीनगर, आलमबाग व चिनहट को रेड जोन में रखा गया है। यहां अब भी 17 टीमें काम कर रही हैं। दिसंबर में इनकी संख्या चार से पांच ही थी। आगे यहां से भी टीमें कम की जाएंगी। अफसरों ने बताया कि लगातार मरीज मिलने से अलीगंज, इंदिरानगर, गोमतीनगर, आलमबाग व चिनहट को रेड जोन में रखा गया है। यहां अब भी 17 टीमें काम कर रही हैं। दिसंबर में इनकी संख्या चार से पांच ही थी। आगे यहां से भी टीमें कम की जाएंगी।