उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की UP प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (UP PET) 2022 के लिए आज यानि 15 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में लाखों छात्र अपने घरों से बाहर हैं। 200 से 300 किमी परीक्षा केंद्र पर पहुंचना छात्रों के लिए एक चुनौती के समान है।
रेलवे स्टेशनों पर भी इतनी भीड़ है की ट्रेन के अंदर सांस तक लेने की भी जगह नहीं है। सोशल मीडिया पर छात्र इसे लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता ने छात्रों की सुरक्षा को लेकर अपनी सरकार को घेर लिया है।
हवाई सर्वेक्षणों से जमीनी हकीकत दिखाई नहीं दे रही
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (पीईटी) को स्थगित करने और छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए "पर्याप्त परिवहन व्यवस्था" करने के लिए राज्य सरकार पर निशाना साधा। सरल। हाल ही में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, "हवाई सर्वेक्षणों से जमीनी हकीकत दिखाई नहीं दे रही है।"
ट्रेनों में छात्रों की भारी भीड़ की तस्वीरें भी साझा
पीलीभीत के सांसद वरुण ने कहा कि राज्य बाढ़ की चपेट में है और 37 लाख से अधिक छात्र पीईटी परीक्षा में शामिल हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि परीक्षा केंद्रों तक पहुंचना छात्रों के लिए प्रश्न पत्र हल करने से बड़ी चुनौती है। वरुण ने कहा कि छात्रों की लगातार मांगों के बावजूद, पीईटी को न तो स्थगित किया गया और न ही उनके परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई। उन्होंने रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में छात्रों की भारी भीड़ की तस्वीरें भी साझा कीं।