कानपुर वाले विकास दुबे का एनकाउंटर बड़ा ही चर्चित रहा। विकास दुबे की गिरफ्तारी से लेकर उसके एनकाउंटर तक की कहानी पूरी तरह से फिल्मी लग रही थी। एनकाउंटर वाली जगह से पहले मीडियकर्मियों को रोक दिया गया, और फिर खबर आई की जिस गाड़ी में विकास दुबे सवार था वो गाड़ी पलट गई। किसी को कुछ समझ नहीं आया की अचानक गाड़ी कैसे पलटी। गाड़ी पलटने के बाद यूपी पुलिस पर सवाल उठने लग गए। और अब एक ऐसा ही मामला सामने आया।
दरअसल गैंगस्टर ऐक्ट में फरार आरोपी को मुंबई से पकड़कर ला रही यूपी पुलिस की गाड़ी रविवार दोपहर संदिग्ध हालात में मध्य प्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में गैंगस्टर के आरोपी फिरोज की मौत हो गई। बता दें की मुंबई से एक गैंगस्टर को गिरफ्तार कर लखनऊ ले जा रही यूपी पुलिस की निजी गाड़ी मप्र के गुना जिले में पाखरिया पुरा टोल के पास रविवार सुबह पलट गई। इस घटना ने विकास दुबे एनकाउंटर की याद दिला दी।
पुलिस के अनुसार, 58 वर्षीय फिरोज उर्फ शमी बहराइच जिले के थाना कोतवाली के दरगाह शरीफ घंटाघर का रहने वाला था। लखनऊ के ठाकुरगंज थाने में वर्ष 2014 में उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज था और तभी से वो फरार चल रहा रहा था। उसे गिरफ्तार करने के लिए सब इंस्पेक्टर जगदीश प्रसाद पाण्डेय, कांस्टेबल संजीव सिंह और आरोपित के साढ़ू भाई अफजल पुत्र मुन्ना खान निवासी लखनऊ के साथ मुंबई गए थे।
मिली जानकारी के मुताबिक़ फिरोज मुंबई के नाला सोपारा इलाके की झुग्गी बस्ती में रह रहा था। मुंबई से फिरोज की गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम शनिवार को लखनऊ के लिए रवाना हुई। रविवार सुबह साढ़े छह बजे हादसा हो गया। इस हादसे में फिरोज की मौत हो गई। अफजल खान का हाथ फ्रैक्चर हुआ है। पुलिसकर्मी संजीव, जगदीश प्रसाद व वाहन चालक सुलभ मिश्रा को भी चोटें आई हैं। जगदीश प्रसाद ने गुना के पुलिस अधिकारियों को बताया कि सड़क पर अचानक गाय सामने आ गई थी। उसे बचाने में वाहन पलट गया। गुना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।