यूपी की सियासत में इन दिनों काफी गर्मागर्मी चली रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तरफ से बीजेपी के खिलाफ लगातार आरोपों का सिलसिला जारी है। बता दें मैनपुरी जीत के बाद से उनका अंदाज भी बदला हुआ है। इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसी मांग भी बीजेपी के सामने रख दी है कि जिससे यूपी में राजनीति में नई हलचल पैदा हो सकती है।
डिप्टी सीएम ने जातिगत जनगणना की मांग का समर्थन किया
वहीं सपा प्रमुख की मांग को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने ताजा बयान में जातिगत जनगणना की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि "जातिगत जनगणना होनी चाहिए। मैं जातिगत जनगणना का समर्थन करता हूं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है." हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब डिप्टी सीएम ने जातिगत जनगणना की मांग का समर्थन किया हो।
अखिलेश यादव की जाति जनगणना की मांग
डिप्टी सीएम का ये बयान ऐसा वक्त में आया है, जब अखिलेश यादव जातिगत जनगणना की मांग को लेकर गांव-गांव जाने की बात कह रहे हैं। बीते दिनों ही उन्होंने कहा था, "जाति जनगणना कोई आज का मुद्दा नहीं है।अंग्रेजों ने किसी जमाने में इस पर समझौता किया और संविधान के अधिकार तभी मिल सकते हैं जब जाति जनगणना सही पता होगा। समाजवादियों का मानना है कि जाति जनगणना होनी चाहिए, हमारी सरकार जैसे ही बनेगी हम जाति जनगणना कराएंगे।