उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद दूसरी बार सरकार बनाने वाली भाजपा अगले पांच वर्षों में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाली महिलाओं पर विशेष फोकस रखेगी। अधिकृत सूत्रों ने शनिवार को बताया कि सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में महिलाओं को रोजगार देने और स्वरोजगार के अवसर से जोड़ने के प्रयास तेजी से शुरू करेगी। इसके लिए उन्होंने आटा-मसाला चक्की योजना के प्रारूप को अंतिम रूप दे दिया है। सरकार बनने के तत्काल बाद अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम अपनी इस योजना का लाभ युद्ध स्तर पर महिलाओं को देने का शुभारंभ करेगा।
आटा-मासाला चक्की स्थापित करने के लिए दिया जाएगा अनुदान
प्रदेश सरकार ने बीते पांच वर्षों में गरीबी रेखा से नीचे निवास करने वाली महिलाओं को स्वावलंबी बनाने और रोजगार से जोड़ने, उनके ग्रह उद्योग स्थापित करने के लिए बड़े कार्य किए हैं। अब नई सरकार बनने पर इस प्रयासों को और तेजी से जिलों में गांव-गांव तक लागू किया जाएगा। योजना के तहत महिलाओं को आटा और मसाला चक्की की इकाई स्थापित करने के लिए अनुदान दिया जाएगा। गौरतलब है कि सरकार का प्रयास महिलाओं को सशक्त बनाने का है। इस कड़ी में आटा-मासाला चक्की स्थापित करने की योजना भी महिलाओं को संबल प्रदान करेगी। उनको रोजगार का अवसर देने के साथ ही परिवार का पालन-पोषण करने के लिए मजबूत बनाएगी।
दो जनपदों से 17 महिलाओं को किया है चयनित
सरकार की योजना के तहत सबसे पहले प्रदेश के 18 मण्डलीय मुख्यालयों के जनपदों में प्रति जिला 125 महिलाओं को लाभान्वित किया जाएगा। कुल 2250 महिलाए योजना से जुड़कर अपने आटा-मसाला चक्की की इकाई स्थापित कर सकेंगी। इकाई की स्थापना के लिए प्रति महिला को 20 हजार रुपये दिया जाएगा। इसमें 10 हजार रुपये अनुदान के रूप में और बाकी राशि ब्याज मुक्त ऋण के रूप में विशेष केन्द्रीय सहायता से दी जाएगी। सरकार ने इस योजना को पाइलेट प्रोजेक्ट के रूप में दो जनपदों से शुरू करते हुए 17 महिला लाभार्थियों को चयनित भी किया है। बाकी जनपदों में महिलाओं को योजना से जोड़ने की तैयारी अब और तेजी से शुरू की जाएगी।