उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा। विधानमंडल में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने महंगाई, सीएए व एनआरसी को लेकर योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सपा के दोनों सदनों के सदस्यों ने इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून, बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं पर अत्याचार, और किसानों की समस्याओं को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा।
इस दौरान सपा विधायकों ने हाथों में तख्ती लेकर ‘संविधान बचाओ देश बचाओ’ के नारे लगाए। विधानसभा में विरोधी दल के नेता समाजवादी पार्टी के रामगोविंद चौधरी ने कहा, ” बीजेपी की सरकार ने अभी तक अपना कोई भी काम नहीं किया है। अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान किए गए कामों का ही उद्घाटन हो रहा है।
सरकार ने 25 फीट ऊंची कोई इमारत ही बना दी हो, इसकी भी जानकारी वह नहीं दे सकते हैं। सरकार प्राइवेट लिमिटेड लोगों की ही मदद कर रही है और निजीकरण को ही बल दे रही है। आखिर जनता को कब तक गुमराह किया जाएगा।” उधर कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना और एमएलसी दीपक सिंह भी सीएए व एनआरसी वापस लेने की तख्तियां लेकर प्रदर्शन में बैठे।
गौरतलब है कि सदन 13 फरवरी से सात मार्च तक चलेगा। पहले दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 11 बजे दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अभिभाषण किया। 14, 17, 18 व 19 फरवरी को अभिभाषण पर चर्चा होगी। 18 फरवरी को 11 बजे वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट पेश किया जाएगा। इस दिन नियम-56 के मामले नहीं लिए जाएंगे। 20 फरवरी से बजट पर चर्चा प्रारंभ होगी। 24, 25, 26, 27 फरवरी को आम चर्चा होगी।