उत्तर प्रदेश में रायबरेली जिले की हरचंदपुर विधानसभा सीट से टिकट न मिलने से नाराज समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक सुरेन्द, विक्रम सिंह उर्फ पंजाबी सिंह ने कांग्रेस का हाथ थामने का ऐलान किया है।
पंजाबी सिंह हरचंदपुर विधानसभा क्षेत्र से 2012 में सपा के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुये थे हालांकि 2017 में कांग्रेस-सपा गठबंधन के तहत इस सीट पर कांग्रेस के राकेश प्रताप सिंह ने चुनाव लड़ और मोदी लहर के बावजूद जीत हासिल की थी। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कंचन लोधी दूसरे नंबर पर रही थी। मौजूदा विधानसभा चुनाव में सपा ने पंजाबी सिंह की बजाय कंचन लोधी के पति राहुल लोधी पर भरोसा कर उनको टिकट थमाया है। पार्टी के फैसले से नाराज होकर पंजाबी सिंह ने सपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान किया है।
पंजाबी सिंह का दावा है कि वह कभी चुनाव हारे नही है लेकिन सपा नेतृत्व ने उन पर भरोसा न करके बड़ गलती की है और अब वह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल होंगे। पिछले कुछ समय से पंजाबी सिंह कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए राकेश प्रताप सिंह पर हमलावर रहे है।
गौरतलब है कि राकेश सिंह जिले के कद्दावर एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के भाई है और बीते दिसम्बर में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के सामने कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आये है। अगर पंजाबी सिंह को कांग्रेस से हरचंदपुर विधानसभा का टिकट मिला तो भाजपा सपा और कांग्रेस के क्षेत्रीय दिग्गजों का त्रिकोणीय मुकाबला दिलचस्प होगा।