उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य गृह सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने यहां चार नये थानों की आवश्यकता पर जोर देते हुए शनिवार को कहा कि पर्यटन थाना की स्थापना शीघ, जाएगी। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्री अवस्थी ने आधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान पर्यटन के अलावा पांडेपुर, चितईपुर एवं बजरिया में नये थाने स्थापित किये जाने पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने वाराणसी की यातायात व्यवस्था में सुधार से सड़क दुर्घटना में कमी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब 95 फीसदी दुपहिया चालक हेलमेट का प्रयोग करने लगे हैं। इससे दुर्घटना में और कमी आने की उन्हें उम्मीद है। उन्होंने कहा नये यातायत नियम लागू करने के मामले में वाराणसी ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। यहां 2 लाख 72 हजार ई-चालान किये गए हैं।
श्री अवस्थी ने कहा कि यातायत जाम की समस्या सुधारने की व्यवस्था के लिए 90 करोड़ रुपये की परियोजना तैयार है। गोदौलिया में दुपहिया वाहन एवं टाउन हॉल में कार पार्किंग के मल्टीलेवल पार्किंग बनाये जाएंगे। अपर मुख्य सचिव ने थानों में लंबित मामलों के निस्तारण पर जो देते हुए कहा कि काम नहीं करने वाले कार्मिक को अनिवार्य सेवानिवृत्त किया जाएगा। उन्होंने पास्को एक्ट समेत तमाम आपराधिक मामलों अदालत से सजा दिलाने की मजबूत पैरवी करने पर जोर दिया।
वाराणसी बैठक में पुलिस विभाग के विभिन्न निर्माण कार्यों एवं जमीन की जरूरतों का एक-एक कर समीक्षा की और लंबित प्रकरण एक सप्ताह में क्रियाशील करने के निर्देश दिया। सीओ पिंडरा से उनके कार्यकाल की क्राइम कंट्रोल कार्यों की आख्या मांगी। एसपी क्राइम से भी उनके कार्यकाल की रिपोर्ट 15 दिन में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
श्री अवस्थी ने थाना एवं पुलिस अधिकारीवार कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि शिथिलता बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने हिदात देते हुए कहा कि पुलिस या ट्रैफिक पुलिस द्वारा अवैध वसूली किसी भी हालत में नहीं होनी चाहिए। उच्च स्तर के अधिकारी गहन पर्यवेक्षण करें। कुछ मामलों में उन्होंने एडीजी, आईजी तथा एसएसपी से विजिट करने एवं पर्यवेक्षण कर रिपोर्ट की अपेक्षा की।
अपर मुख्य सचिव स्मार्ट सिटी योजना अंतर्गत सिगरा में लगभग 150 करोड़ की लागत से बने एकीकृत ‘कमांड कंट्रोल सेंटर’ का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कमांड कंट्रोल सेंटर में एकत्रित डेटा का लाइव कनेक्टिविटी संबंधित थानों से जोड़ जाने पर जोर देते हुए कहा कि निश्चित रूप से इससे अपराध नियंत्रण करने में सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहां कि लाइव डेटा थानों से जुड़ने का एक बहुत बड़ फायदा यह मिलेगा कि संबंधित थाना अपने थाना क्षेत्रों में होने वाले पल-पल की स्थिति पर नजर रख सकेंगे।
बैठक में एडीजी बृजभूषण, मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, आईजी विजय सिंह मीणा, प्रभारी जिलाधिकारी गौरांग राठी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी, अपर जिलाधिकारी नगर विनय कुमार सिंह सहित पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस उपाधीक्षक आदि मौजूद थे।