उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में बहुत ही शर्मनाक हार का सामना करने के बाद कांग्रेस (Congress) में चिंतन का दौर लगातार जारी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gnadhi Vadra) चुनाव में हुई करारी हार के बाद पहली बार 2 दिन के लखनऊ (Lucknow) दौरे पर पहुंची हुईं थी, लेकिन बिना किसी जानकारी के अचानक ही वह दिल्ली (Delhi) वापस लौट गईं। ऐसा कहा जा रहा है कि उनकी वापसी के बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी कोई जानकारी नहीं थी, प्रियंका के जाने के तकरीबन डेढ़ घंटे बात उन्हें इस पूरे घटनाक्रम की भनक लगी।
जानें क्यों अचानक दिल्ली वापस लौटी प्रियंका
बता दें कि प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की आज शाम लखनऊ से दिल्ली की फ्लाइट थी, आज सुबह 11 बजे से शाम तीन बजे तक लखनऊ में उनके कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। प्रियंका के इस तरह अचानक दिल्ली चले जाने के बाद जब कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह (Vishwa Vijay Singh) से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रियंका का लखनऊ दौरा 2 नहीं बल्कि एक दिन का ही था। बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के इस तरह अचानक दिल्ली लौटने के पीछे क्या वजह है इस बात का पता अभी नहीं चल पाया है।
“दोहरी ऊर्जा” के साथ काम करेंगी प्रियंका गांधी
वहीं बीते दिन कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव के परिणामों से निराश नहीं होने और जीत हासिल करने तक “दोहरी ऊर्जा” के साथ काम करने का आग्रह किया था। वाड्रा ने कांग्रेस की दो दिवसीय ‘नव संकल्प कार्यशाला’ में कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ दोगुनी ताकत से काम करेंगी और उन्हें पार्टी के एक सम्मेलन में अपनाई गई ‘नव संकल्प’ की भावना के अनुरूप आगे बढ़ना होगा।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हुई थी शर्मनाक हार
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस (Congress) का सफाया हो गया था, पार्टी ने 403 सीटों में से केवल 2 सीटें जीती थीं। यह राज्य में पार्टी का अब तक का सबसे निचले स्तर का परफॉरमेंस था। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी ने सात सीटें जीती थीं। बुधवार को शुरू हुआ ‘नव संकल्प कार्यशाला’ उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की हार के बाद पहला बड़ा कार्यक्रम है।
प्रियंका ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से किया हार ना मानने का आग्रह
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहा, “अपनी पूरी ताकत से लड़ने के बावजूद, पार्टी हार गई। लेकिन निराश होने का समय नहीं है… हमे जीत तक दोहरी ऊर्जा के साथ लड़ना जारी रखना चाहिए।” वाड्रा ने कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ दोगुनी ताकत से काम करेंगी। उन्होंने कहा, “हमें उदयपुर के ‘चिंतन शिविर’ में पारित घोषणा की भावना के अनुरूप आगे बढ़ना है।” इसके साथ ही उन्होंने न केवल राजनीतिक मुद्दों बल्कि सामाजिक मुद्दों पर भी जनता से जुड़ने की जरूरत पर जोर दिया।
प्रियंका हुई BJP पर हमलावर
वाड्रा ने भाजपा (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल देश को जिस दिशा में ले जा रहा है, वह महात्मा गांधी, सरदार पटेल और बीआर अंबेडकर की दिशा नहीं है जिसके लिए लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने कहा “हमें लोगों तक पहुंचना है और उन्हें सच बताना है।” 2014 तक देश की अर्थव्यवस्था तरक्की कर रही थी लेकिन आज पूरी दुनिया देश की ”खराब हालत” देख रही है। उन्होंने कहा कि जाति और धर्म के नाम पर युवाओं को बांटकर उनका भविष्य बर्बाद किया जा रहा है।