उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की पार्टी को मजबूत और संगठित करने की कोशिशों को तगड़ा झटका लगा है। पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष गयादीन अनुरागी ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। अपने इस्तीफे में अनुरागी ने प्रदेश नेतृत्व की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे।
अनुरागी शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा में शामिल हुए। सपा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर, राठ (हमीरपुर) के पूर्व विधायक अनुरागी ने कहा कि वह कांग्रेस में सहज महसूस नहीं कर रहे थे, क्योंकि वहां उनकी बात नहीं सुनी गई थी।
सपा का बढ़ता कारवां!
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के नेतृत्व में आस्था जताते हुए बुंदेलखंड के कांग्रेस प्रभारी , पूर्व विधायक श्री गयादीन अनुरागी जी ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में हुए शामिल।
आपका सभी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन। pic.twitter.com/t8BkmuqPu8
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 1, 2021
अनुरागी ने ऐसे समय में सपा का दमन थमा है जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पार्टी की चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए शुक्रवार को राज्य का पांच दिवसीय दौरा पूरा किया। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष यादव की मौजूदगी में जन परिवर्तन दल के अध्यक्ष जेपी धनगढ़ ने सपा में अपनी पार्टी के विलय की घोषणा की।
सपा में शामिल होने वालों में दलित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल भारतीय, बलरामपुर के पूर्व सांसद और तीन बार के विधायक रिजवान जहीर, पूर्व विधायक आरपी कुशवाहा, विनोद चतुर्वेदी शामिल हैं। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह ने भी सपा को समर्थन देने का ऐलान किया। किन्नर महासभा के किन्नरों ने भी शुक्रवार को पार्टी का दामन थाम लिया।