बाबा विश्वनाथ की नगरी में भक्तों का तांता
शुक्रवार सुबह कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा नदी में पवित्र स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वाराणसी पहुंची। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में कार्तिक पूर्णिमा के दिन सूर्य की पहली किरण के साथ ही श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाना शुरू कर दिया। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन गंगा में स्नान करने से पुण्य मिलता है। विज़ुअल्स में नदी के किनारे हज़ारों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते और प्रार्थना करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
यह त्योहार दिवाली के पंद्रह दिन बाद मनाया जाता है
पूर्णिमा के दिन या आठवें चंद्र महीने को कार्तिक या कार्तिक पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है। इस साल कार्तिक पूर्णिमा शुक्रवार,15 नवंबर को है।
यह त्योहार हिंदू महीने कार्तिक की पूर्णिमा को पड़ता है और दिवाली के पंद्रह दिन बाद मनाया जाता है।
पूर्णिमा के दिन को हिंदू कैलेंडर के अनुसार पूरे देश में कई नामों से पुकारा जाता है, जिसमें पूर्णिमा, पूनम, पौर्णमी और पौर्णमासी शामिल हैं।
कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है
वैष्णव धर्म में कार्तिक महीने को दामोदर महीना कहा जाता है। भगवान कृष्ण का एक नाम दामोदर भी है।
कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली के रूप में भी मनाया जाता है और यह हिंदू महीने कार्तिक के पंद्रहवें चंद्र दिवस को चिह्नित करता है।
यह त्यौहार प्रबोधिनी एकादशी से जुड़ा हुआ है और यह चातुर्मास के अंत का प्रतीक है, चार महीने की अवधि जब भगवान विष्णु को सोते हुए माना जाता है।
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