बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश सरकार से राज्य में सूखे से परेशान किसानों की हर स्तर पर मदद करने की मांग की है।
मायावती ने बृहस्पतिवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, अपनी उपज का लाभकारी मूल्य व गन्ना बकाया आदि नहीं मिल पाने से उत्तर प्रदेश का किसान समाज पहले से ही काफी दुखी व परेशान है तथा कमजोर मानसून ने अब उनकी चिन्ताएं और भी बढ़ा दी हैं। किसानों को ऐसी विकट स्थिति से निकालने के लिये सरकार हर स्तर पर उनकी मदद तत्काल शुरू करे, बसपा की यह मांग है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा, उत्तर प्रदेश जैसे विशाल किसान समाज वाले प्रदेश में फसल सुरक्षा व भंडारण आदि के लिए अगले पांच वर्षों में 192 करोड़़ अर्थात प्रति वर्ष मात्र करीब 38 करोड़ रुपए खर्च करने की ताज़ा घोषणा क्या ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर नहीं लगती है? सरकार इनकी भी उपेक्षा करना बंद करे।
2. साथ ही, यूपी जैसे विशाल किसान समाज वाले प्रदेश में फसल सुरक्षा व भण्डारण आदि के लिए अगले पाँच वर्षों में 192 करोड़़ अर्थात प्रति वर्ष मात्र करीब 38 करोड़ रुपए खर्च करने की ताज़ा घोषणा क्या ऊँट के मुँह में ज़ीरा के बराबर नहीं लगती है? सरकार इनकी भी उपेक्षा करना बंद करे।
— Mayawati (@Mayawati) September 8, 2022
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के 62 जिलों में इस साल औसत से कम वर्षा हुई है। राज्य सरकार ने सूखे की स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में सर्वेक्षण कराने का आदेश दिया है, जिसकी रिपोर्ट 14 सितंबर तक शासन को भेजी जाएगी।