उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गोरखनाथ मंदिर के गेट पर सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने के आरोपी को मानसिक रूप से बीमार बताने पर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए बृहस्पतिवार को इसे तुष्टीकरण की राजनीति करार दिया और कहा कि आतंकवादी कौन है या अपराधी कौन है, यह सपा नहीं तय करेगी।
गोरखनाथ मंदिर मे हुई घटना पर उपमख्यमंत्री बोले…
गोरखनाथ मंदिर में हमला करने वाला आतंकवादी है कि अपराधी जाँच और तथ्यों के आधार पर जाँच एजेंसी तय करेगी,परंतु मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति ने श्री अखिलेश यादव का बयान जनता की सुरक्षा का मज़ाक़ बनाना है, आतंकवादी,अपराधी कौन है यह सपा नहीं तय करेगी: #DYCM श्री @kpmaurya1 जी pic.twitter.com/TFUeCImetF
— Office of Keshav Prasad Maurya (@OfficeOfKPM) April 7, 2022
मौर्य ने इस मामले में अखिलेश पर हमला करते हुए कई ट्वीट किए। उन्होंने पहले ट्वीट में कहा गोरखनाथ मंदिर में हमला करने वाला आतंकवादी है कि अपराधी, यह जांच एजेंसी तय करेगी, परंतु मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति में अखिलेश यादव का बयान जनता की सुरक्षा का मजाक बनाना है। आतंकवादी, अपराधी कौन है, यह सपा नहीं तय करेगी।
अखिलेश यादव ने भाजपा पर कसा तंज
सपा अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा था कि पिछले रविवार को गोरखनाथ मंदिर के गेट पर सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने वाला मुर्तजा अब्बासी मानसिक रूप से बीमार है और मामले की जांच में इस पहलू पर भी गौर किया जाना चाहिए।उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि भाजपा हर चीज को तिल का ताड़ बनाने में माहिर है।उपमुख्यमंत्री मौर्य ने अखिलेश द्वारा हमलावर को मानसिक रूप से बीमार बताए जाने का जवाब देते हुए एक अन्य ट्वीट में कहा अखिलेश यादव को कौन समझाए कि आतंकवादी होता ही है मनोरोगी।
घटना के बाद मुर्तजा को किया गिरफ्तार
मुर्तजा अब्बासी (30) ने पिछले रविवार रात गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर परिसर में दाखिल होने की कोशिश की थी और जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोका तो उसने धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया जिसमें पीएसी के दो जवान घायल हो गए थे। उसके बाद मुर्तजा को गिरफ्तार कर लिया गया।इस मामले की जांच उत्तर प्रदेश का आतंकवाद विरोधी दस्ता और विशेष कार्य बल मिलकर कर रहे हैं। जांचकर्ताओं का मानना है कि अब्बासी कट्टर विचारधारा से प्रभावित है।गोरखनाथ मंदिर में गोरखपुर पीठ के महंत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास भी है। हालांकि घटना के वक्त वह वहां मौजूद नहीं थे।