उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब अपराधियों पर कड़ी सख्ती बरत रही है। सीएम योगी के आदेश पर कैराना से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक नाहिद हसन की चावल मिल को जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने कुर्क कर लिया। विधायक पर कृषि उत्पादन मंडी समिति के 16.04 लाख रुपये का बकाया भुगतान नहीं करने का आरोप है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सपा विधायक को लगा बड़ा झटका
जानकारी के मुताबिक, बकाया भुगतान नहीं होने के कारण जिला प्रशासन ने सोमवार को कैराना के सपा विधायक की चावल मिल को कुर्क कर लिया। शामली की जिलाधिकारी जसजीत कौर ने मंगलवार को बताया कि कैराना स्थित मंडी समिति का 16.04 लाख रुपये बकाया है। कृषि उत्पादन मंडी समिति का बकाया भुगतान नहीं करने के आरोप में राजस्व विभाग ने वसूली प्रमाण पत्र (आरसी) जारी कर चावल मिल को कुर्क कर लिया है।
तहसीलदार प्रियंका जायसवाल के नेतृत्व में तहसील अधिकारियों की टीम ने करोड़ो रुपये मूल्य की छह बीघा जमीन पर स्थित विधायक की सम्राट राइस मिल को कुर्क कर लिया। कैराना कृषि उत्पादन मंडी समिति ने बकाया वसूलने के लिए आरसी तहसील को भेजी थी। चावल मिल के मालिक सपा विधायक नाहिद हसन, उनकी मां पूर्व सांसद तबस्सुम बेगम और बहन इकरा हसन हैं।
गैंगस्टर कानून के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने फरवरी 2021 में कैराना में नाहिद हसन और तबस्सुम बेगम सहित 40 समर्थकों के खिलाफ गैंगस्टर कानून के तहत मामला दर्ज किया था। बाद में, नाहिद हसन को गिरफ्तार कर लिया गया और 15 जनवरी 2022 को जेल भेज दिया गया था। हसन उस समय कैराना विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए शामली जा रहे थे।
जेल में बंद नाहिद हसन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मृगांका सिंह को 25,000 से अधिक मतों से हराकर विधानसभा चुनाव जीता था। हसन को इस सीट पर 1.31 लाख (54.16 प्रतिशत) वोट मिले थे। हसन को कैराना कोतवाली के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और तब से वह जेल में है।