अकसर नेताओं के ऐसे वीडियो या बयान सामने आते रहते हैं, जिसको लेकर वो विवादों में फंस जाते हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश सरकार की मंत्री स्वाति सिंह का है, उन्होंने एक नायब तहसीलदार मनीष त्रिपाठी को गुंडा बोल दिया। इस घटनाक्रम का वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
स्वाति सिंह के इस बयान से नाराज वकीलों ने प्रदर्शन करते हुए एक दिवसीय कार्य के बहिष्कार का ऐलान किया है। वायरल वीडियो में राज्य मंत्री स्वाति सिंह नायब तहसीलदार को फटकार लगा रही हैं और कह रही हैं, नायब तहीलदार हो ना या गुंडे हो। मुढे तहसील में ऐसे लोग पसंद नहीं जो न्यूसेंस पैदा करें। तहसील दिवस में तुम कहां घूम रहे हो।,
नायब तहसीलदार का कहना है कि मंत्री ने लाइसेंसी रिवाल्वर रखने पर आपत्ति की थी। मेरे पास रात में खनन रोकने की जिम्मेवारी है। कई वाहन पकड़ जा चुके हैं। ऐसे में अवैध खनन करने वाले उसके दुश्मन हो गए हैं। रात के समय जब वह टीम के साथ निकलते हैं तो रिवाल्वर साथ में सुरक्षा के लिए रख लेते हैं। नायब तहसीलदार मनीष त्रिपाठी ने कहा कि सुबह से लेकर रात तक काम करने के बावजूद उन्हें गुंडा कहा गया। मंत्री से यह उम्मीद नहीं थी।
वहीं मामले में सफाई देते हुए स्वाति सिंह ने कहा कि नायब तहसीलदार की कई बार शिकायत आई थी कि वह गांव वालों को पिस्टल से डराते धमकाते हैं। कल तहसील दिवस के मौके पर मैं भी वहीं मौजूद थी। जैसे ही नायब तहसीलदार मेरे सामने आते हैं, तो मुझे सब बातें याद आ जाती हैं, जिसके चलते मैंने बोला कि,आप पिस्टल लेकर लोगों को धमकाने का काम क्यों करते हैं?