पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट राजनीति के जरिये अपने सियासी सफर की शुरूआत करने वाले संजीव बालियान गुरूवार को लगातार दूसरी बार मोदी मंत्रिमंडल में जगह दी गयी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने श्री बालियान को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। उन्होंने हाल में सम्पन्न लोकसभा चुनाव में मुजफ्फरनगर संसदीय क्षेत्र से राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष अजित सिंह के खिलाफ करीब साढे छह हजार वोटों से रोमांचक जीत हासिल की थी।
वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर में हुयी सांप्रदायिक हिंसा में आरोपी बनाये गये बालियान ने इससे पहले वर्ष 2014 में बसपा के कादिर राणा को चार लाख से अधिक वोटों से हराया था।
पिछली मोदी सरकार में उन्हे कृषि एवं खाद्य प्रसंस्कण विभाग में राज्यमंत्री बनाया गया था जबकि बाद में वह जल संसाधन,नदी विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री बने।
संजीव बालियान ने 2013 में राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरीं थीं। जब उनका नाम मुजफ्फरनगर दंगे में आया था, उन पर दंगों के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप था।
आरोप था कि सितंबर 2013 में उन्होंने एक महापंचायत की थी, जिसके कारण इलाके में माहौल बिगड़ था। वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने नाराज जाटों को मनाने में बड़ भूमिका निभाई थी।