उत्तर प्रदेश में कुत्ते के काटने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ज्यादातर मामले हाई राइज सोसायटी से सामने आ रहे हैं। नोएडा सेक्टर 39 थाना क्षेत्र के सेक्टर 100 की लोटस बुलेवार्ड सोसायटी में आवारा कुत्तों ने एक बार फिर सात माह की मासूम को झपट कर मार डाला। सोमवार देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सोसायटी के रेजिडेंट ग्रुप के प्रतिनिधि धर्मवीर यादव ने बताया कि घटना शाम करीब साढ़े चार बजे की है। यादव ने को बताया, ”सोमवार की शाम बच्चे को आवारा कुत्तों ने काट लिया। उसे यहां के निजी रियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन कल रात उसने दम तोड़ दिया।
महिलाएं अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे
सोसायटी के अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (एओए) के उपाध्यक्ष यादव ने कहा, ”समाज के लोग कुत्तों से परेशान हैं. इस समस्या को दूर करने के लिए समाज द्वारा कई बार प्रयास किए गए, लेकिन समाधान नहीं निकला।
एओए उपाध्यक्ष ने कहा, ‘नोएडा अथॉरिटी से कई बार आवारा कुत्तों को लेकर शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अथॉरिटी के अधिकारी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुत्ते के हमले से जिस तरह मासूमों की मौत हुई है, उससे समाज के लोग दहशत में हैं। यहां के बच्चे और महिलाएं अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं।”
सेक्टर 39 के एसएचओ इंस्पेक्टर राजीव बालियान ने बताया कि सोमवार को सेक्टर-100 स्थित ‘लोटस बुलेवार्ड’ सोसायटी में सड़क निर्माण का काम चल रहा था। मजदूर राजेश कुमार, उनकी पत्नी सपना अपने सात माह के बच्चे अरविंद के साथ वहां काम करने आए थे।
शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया
उन्होंने कहा, ‘सोमवार की शाम दोनों काम करते-करते अपने बच्चे को छोड़कर चले गए। इसी दौरान समाज के तीन आवारा कुत्तों ने मासूम पर हमला कर दिया। उन्होंने उसके शरीर को पूरी तरह से खरोंच दिया। इस हमले में बच्चे के पेट की आंत निकल गई।
थाना प्रभारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बच्चे को नोएडा के रियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन, इलाज के दौरान सोमवार की देर रात बच्चे की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मौजूद कुत्तों की नसबंदी कर दी गई थी
इससे पहले सोमवार को सहायक पुलिस आयुक्त (नोएडा 1) रजनीश वर्मा ने बताया कि कुत्ते के हमले में बच्चा बुरी तरह घायल हो गया। एसीपी ने कहा कि इस मामले में पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है क्योंकि यह एक आवारा कुत्ते से जुड़ा मामला है, हालांकि उन्होंने ऐसे कुत्तों को पकड़ने के लिए संबंधित एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है।
घटना को लेकर समाज के लोगों ने नोएडा अथॉरिटी के खिलाफ रोष जताया है। लोगों का कहना है कि कई बार लिखित में शिकायत देने के बावजूद नोएडा प्राधिकरण लावारिस कुत्तों से निजात नहीं दिला पा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले यहां मौजूद कुत्तों की नसबंदी कर दी गई थी, जिसके बाद उन्हें वापस लाकर यहां छोड़ दिया गया, जिससे समस्या और बढ़ गई।