राजनीतिक गतिविधियों पर प्रतिक्रिया देकर अक्सर चर्चा में बनी रहने वालीं अभिनेत्री कंगना रनौत के आजादी पर दिए गए बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। अभिनेत्री ने 1947 में देश को मिली आजादी को भीख करार दिया। कंगना की इस टिप्पणी पर बीजेपी सांसद वरूण गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार करार दिया।
कंगना रनौत की आलोचना करते हुए वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा, ”कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार। इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?”
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
वहीं, कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर पलटवार करते हुए कहा, ” मैंने बिल्कुल साफ कहा है कि 1857 की क्रांति, पहला स्वतंत्रता संग्राम थी, जिसे दबा दिया गया और इसके परिणामस्वरूप अंग्रेजों के जुल्म व क्रूरता और बढ़ गए तथा करीब एक शताब्दी बाद हमें गांधी जी के भीख के कटोरे में आजादी दी गई।”
वरूण गांधी ने कंगना का एक वीडियो क्लिप साझा किया जिसमें एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम के दौरान रनौत को यह कहते सुना जा सकता है कि, ” वह आजादी नहीं, बल्कि भीख थी और जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली।” हाल में पद्म श्री सम्मान पाने वाली रनौत का इशारा 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने की तरफ था।