उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य और पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी नया कुरान प्रकाशित कर एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने नए कुरान का पहला संकलन खुद प्रकाशित करते हुए इसे 'असली कुरान' करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कुरान में दर्ज 26 आयतों को भी हटवा दिया है।
रिजवी ने कहा कि यह किताब वह ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के प्रमुख को भेजेंगे। रिजवी की किताब में कुरान की 26 आयतों को हटा दिया गया है, जिनके बारे में उनका दावा है कि ये आतंकवाद को बढ़ावा दे रही थीं। उन्होंने दावा किया कि इन आयतों को पैगंबर मुहम्मद के इंतकाल के बाद जोड़ा गया था।
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने रिजवी पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया था और उनकी याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें इन 26 छंदों को हटाने में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप की मांग की गई थी। उन्होंने फिर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
रिजवी ने एक वीडियो में कहा, "मैंने पहला असली कुरान छापा है और बताया है कि पैगंबर मुहम्मद के बाद इसे कैसा होना चाहिए था। मैं इसकी प्रति एआईएमपीएलबी प्रमुख को अध्ययन के लिए भेजूंगा, ताकि उन्हें एहसास हो सके कि आतंकवाद और हिंसा खत्म करने में इस किताब से कितना फर्क पड़ेगा।"
उन्होंने कहा कि उन्होंने 'असली कुरान' की एक प्रति भी प्रधानमंत्री को इस अनुरोध के साथ भेजी है कि इसे सभी मदरसों के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाए। उन्होंने कहा कि यह जल्द ही बाजार में उपलब्ध होगा।