भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के 98वें जन्म दिवस के मौके पर बटेश्वर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर खूब निशाने साधे। मुख्यमंत्री ने सपा को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जो लोग पांच साल से सत्ता से दूर हैं, उनके यहां दो सौ करोड़ रुपये मिल रहे हैं, जाहिर है उन्होंने सत्ता का दुरुपयोग किया। संस्कृत का पैसा कब्रिस्तान को दे दिया गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर यहां स्थित उनके पैतृक गांव बटेश्वर पहुंचे और 230 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की घाषणा की।आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘अटल जी का पैतृक गांव बटेश्वर की पहचान आज तीर्थ पर्यटन की है। स्वर्णिम चतुर्भज, हाईवे कैसे बनने चाहिए, यह अटल जी की सोच थी।’’ उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की लंबी राजनीतिक पारी के बाद भी विपक्ष उनकी बुराई नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि आज जो राशन कार्ड से लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है यह वाजपेयी की ही देन है, वे सिद्धांत की राजनीति करते थे।
आदित्यनाथ ने कानपुर में आयकर विभाग की छापेमारी का उल्लेख किये बिना कहा, ‘‘जिन लोगों को जनता ने पांच साल तक (सत्ता से) बाहर रखा, उन लोगों के घर पर आयकर के छापेमारी में 200 करोड़ रुपये मिलते हैं। ये पैसे कहां से आए, खेत और खलियान से नहीं आ सकते। अगर खेत और खलियान से पैसा आता तो सांसद राजकुमार चाहर के पास सबसे ज्यादा पैसा होता क्योंकि ये किसान मोर्चा के अध्यक्ष हैं लेकिन जो पांच साल तक सत्ता से दूर रहे, इसके बाद भी रुपये मिल रहे हैं।’’