उत्तर प्रदेश सरकार समाज के गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को एक महीने के लिए एक हजार रुपये गुजारा भत्ता देगी।लगभग एक करोड़ लाभार्थियों में छोटे दुकानदार, दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा/ई-रिक्शा चलाने वाले, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि शामिल होंगे, जिन्हें कोरोना कर्फ्यू में आय का नुकसान हुआ है।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने 24 मई तक कोरोना कर्फ्यू बढ़ा दिया है और पात्र अंत्योदय और घरेलू राशन कार्ड धारकों को तीन महीने के लिए मुफ्त राशन देने की घोषणा की है। गरीबों के लिए सामुदायिक रसोई भी चालू रहेगी। सरकार के प्रवक्ता ने कहा, “कोविड से उत्पन्न स्थिति में गरीब और जरूरतमंद लोगों को हो रही कठिनाई को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इससे राज्य के लगभग 15 करोड़ लोगों को लाभ होगा।” इस बीच, राज्य सरकार ने कहा है कि बुनियादी शिक्षा वर्ग को छोड़कर सभी शिक्षण संस्थानों में 20 मई से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होंगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में लागू आंशिक कोरोना कर्फ्यू (लॉकडाउन) को सोमवार, 24 मई की सुबह सात बजे तक के लिए बढ़ा दिया है। इसके साथ ही सरकार ने अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी श्रेणी के राशन कार्ड धारकों को तीन माह के लिए प्रति यूनिट तीन किलोग्राम गेहूं तथा दो किलोग्राम चावल नि:शुल्क उपलब्ध कराने और परम्परागत कामगारों को एक माह के लिए एक-एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता देने का भी फैसला लिया है।