उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार आज अपने दूसरे कार्यकाल में वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पेश करेगी। बजट के केंद्र में भाजपा का लोक कल्याण संकल्प पत्र और 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव की झलक दिखने की संभावना है। इसके अलावा हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में जनता से किए गए वादों को निभाने पर जोर होगा। वित्त वर्ष 2022-23 के बजट का आकार 6.10 लाख करोड़ रुपये पार करने की संभावना है। यह अब तक का सबसे बड़ा बजट होगा। बता दें कि, पिछला बजट 5,50,270.78 करोड़ रुपये का था। सुरेश खन्ना ने बुधवार को बजट को अंतिम रूप दे दिया। सदन में पेश किए जाने से पहले बजट को कैबिनेट की बैठक में पास कराया जाएगा।
संकल्प-पत्र के वादों को पूरा करने पर दिया जाएगा ध्यान : सूत्र
बता दें कि, भाजपा ने विधानसभा चुनाव में ‘लोक कल्याण संकल्प-पत्र’ जारी किया था। सूत्रों का कहना है कि इस बजट में संकल्प-पत्र के वादों को पूरा करने पर ध्यान दिया जा रहा है। ज्यादातर वादों पर अमल की घोषणा किसी न किसी रूप में किए जाने की उम्मीद है। सरकार का पिछले कार्यकाल के पहले बजट की तरह दूसरे कार्यकाल के पहले बजट का फोकस भी किसानों पर ही रहने की संभावना है। 2017-18 के बजट में किसानों की कर्जमाफी की गई थी।
संकल्प-पत्र के वादों को पूरा करने पर दिया जाएगा ध्यान : सूत्र
बता दें कि, भाजपा ने विधानसभा चुनाव में ‘लोक कल्याण संकल्प-पत्र’ जारी किया था। सूत्रों का कहना है कि इस बजट में संकल्प-पत्र के वादों को पूरा करने पर ध्यान दिया जा रहा है। ज्यादातर वादों पर अमल की घोषणा किसी न किसी रूप में किए जाने की उम्मीद है। सरकार का पिछले कार्यकाल के पहले बजट की तरह दूसरे कार्यकाल के पहले बजट का फोकस भी किसानों पर ही रहने की संभावना है। 2017-18 के बजट में किसानों की कर्जमाफी की गई थी।
लगातार छठी बार बजट पेश करेंगे सुरेश खन्ना
राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना लगातार छठी बार सदन में बजट पेश करेंगे। सुरेश खन्ना के मुताबिक यह बजट पेपरलेस होने के साथ ही एक समावेशी बजट होगा, जिसमें हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। इसमें महिलाओं, युवाओं और किसानों को प्राथमिकता दी गई है और यूपी के इतिहास का यह सबसे बड़ा बजट होगा। इस बजट के जरिये राज्य के तमाम ख्वाब पूरे होंगे यूपी देश का सबसे संपन्न राज्य बनने की राह पर आगे बढ़ेगा।
किसानों के लिए मुफ्त बिजली का किया जा सकता है ऐलान
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के कारण चुनाव से पूर्व प्रदेश सरकार पूर्ण बजट नहीं प्रस्तुत कर सकी थी। बीते साल दिसंबर में चार महीने का लेखानुदान सदन में प्रस्तुत किया गया था ताकि जरूरी खर्चे का प्रबंध हो सके। इस बजट में प्रदेश सरकार के संकल्प पत्र की सबसे अहम घोषणा और किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली दिए जाने के संबंधी वादे को पूरा करने का ऐलान किया जा सकता है। सरकार इस बार भी इससे पूर्व बनी सरकार की तरह अपने पहले बजट को किसानों पर केंद्रित रखेगी, इसका संकेत बुधवार को वित्त मंत्री ने दिया है। पिछले दो वित्तीय वर्षो के बजट के साथ ही खन्ना चालू वित्तीय वर्ष के लिए पिछले वर्ष 16 दिसंबर को चार माह का लेखानुदान पेश कर चुके हैं। बजट के जरिये किसानों, महिलाओं और युवा वर्ग को साधने की पुरजोर कोशिश करेगी। बजट में केंद्रीय योजनाओं का आवंटन बढ़ना तय है।
राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना लगातार छठी बार सदन में बजट पेश करेंगे। सुरेश खन्ना के मुताबिक यह बजट पेपरलेस होने के साथ ही एक समावेशी बजट होगा, जिसमें हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। इसमें महिलाओं, युवाओं और किसानों को प्राथमिकता दी गई है और यूपी के इतिहास का यह सबसे बड़ा बजट होगा। इस बजट के जरिये राज्य के तमाम ख्वाब पूरे होंगे यूपी देश का सबसे संपन्न राज्य बनने की राह पर आगे बढ़ेगा।
किसानों के लिए मुफ्त बिजली का किया जा सकता है ऐलान
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के कारण चुनाव से पूर्व प्रदेश सरकार पूर्ण बजट नहीं प्रस्तुत कर सकी थी। बीते साल दिसंबर में चार महीने का लेखानुदान सदन में प्रस्तुत किया गया था ताकि जरूरी खर्चे का प्रबंध हो सके। इस बजट में प्रदेश सरकार के संकल्प पत्र की सबसे अहम घोषणा और किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली दिए जाने के संबंधी वादे को पूरा करने का ऐलान किया जा सकता है। सरकार इस बार भी इससे पूर्व बनी सरकार की तरह अपने पहले बजट को किसानों पर केंद्रित रखेगी, इसका संकेत बुधवार को वित्त मंत्री ने दिया है। पिछले दो वित्तीय वर्षो के बजट के साथ ही खन्ना चालू वित्तीय वर्ष के लिए पिछले वर्ष 16 दिसंबर को चार माह का लेखानुदान पेश कर चुके हैं। बजट के जरिये किसानों, महिलाओं और युवा वर्ग को साधने की पुरजोर कोशिश करेगी। बजट में केंद्रीय योजनाओं का आवंटन बढ़ना तय है।