देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस का एक नया रूप डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आ रहे है। जिसने भारत से लेकर दुनियाभर की सरकारों और विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है। कई राज्यों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस के मरीज पाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश में योगी सरकार सतर्क हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को जरूरी रणनीति बनाने के निर्देश दिए हैं।
योगी ने कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 की बैठक में कहा कि देश के कई राज्यों में कोविड का नया वैरिएंट डेल्टा प्लस संक्रमण के मरीज सामने आए हैं। हमें विशेष सतर्कता बरतनी होगी। राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ परामर्शदाता समिति से संवाद करते हुए आवश्यक रणनीति तय की जाए।
योगी ने दूसरे राज्यों की सीमा से सटे जिलों में बाहर से आ रहे लोगों का सैंपल लेकर उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) भेजने के निर्देश दिए हैं। योगी ने कहा कि हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन व बस अड्डे पर भी पूरी सतर्कता बरती जाए। खतरनाक डेल्टा प्लस वैरिएंट से बचाने के लिए सभी जरूरी उपाए किए जाएं। उधर, विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि सिरदर्द, सर्दी-जुकाम के कारण लगातार नाक बहने और गले में हो रही खराश को नजरअंदाज न करें। अब तक जो रोगी मिले हैं, उनमें यह लक्षण पाए गए हैं।
दरअसल, देश में कोरोना वायरस का एक नया रूप डेल्टा प्लस वैरिएंट सामने आया है। महाराष्ट्र केरल, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में अब तक इसके कुल 40 मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट के उभार ने एक बार फिर भारत से लेकर दुनियाभर की सरकारों और विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है। अब वैज्ञानिक इसको बेअसर करने के हथियार खोजने में जुटे गए हैं।
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से घट रहा है। अब 52 जिलों में कोरोना के 50 से कम रोगी हैं। महोबा संक्रमण मुक्त हो चुका है और इसके सहित आठ जिलों में कोरोना के 10 से कम मरीज हैं। इनमें कासगंज, कौशांबी, चित्रकूट, श्रावस्ती, हाथरस, बदायूं व हमीरपुर शामिल है। गुरुवार को कोरोना से संक्रमित 229 नए रोगी मिले। अब तक कुल 17़05 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और इसमें से 16़79 लाख लोग स्वस्थ हो चुके हैं। रिकवरी रेट 98़5 प्रतिशत है। अब सक्रिय केस घटकर 3,552 रह गए हैं।