क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) 2024 एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग जारी की गई है। इसमें भारत के 148 भारतीय विश्वविद्यालयों ने जगह बनाकर चीन को पीछे छोड़ दिया है। क्योंकि टॉप 100 यूनिवर्सिटी में से चीन के सिर्फ 133 विश्वविद्याल शामिल हुए है।
आपको बता दें, इस बार सबसे ज्यादा 37 नई एंट्री भारत से है। वहीं, आईआईटी बॉम्बे 40वें स्थान के साथ सर्वोच्च रैंक वाला भारतीय संस्थान है। इसके साथ ही भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-दिल्ली, मद्रास, खड़गपुर कानपुर ने एशिया के शीर्ष 100 संस्थानों ने स्थान पाया है।
मालूम हो, क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली 46वें, आईआईटी मद्रास 53वें, आईआईएससी 52वें और आईआईटी खड़गपुर 61वें स्थान पर है। आईआईटी बॉम्बे ने शैक्षणिक प्रतिष्ठा (83.5) और नियोक्ता प्रतिष्ठा(96) में बहुत अच्छी परफॉर्मेंस देते हुए 100 में से 67.2 का समग्र स्कोर हासिल किया। इसने अन्य संकेतकों के अलावा फैकल्टी स्टूडेंट अनुपात (14.8), पीएचडी वाले कर्मचारी (100), और पेपर पर फैकल्टी (95.7) में भी अच्छा प्रदर्शन किया। इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय भी शीर्ष 100 में शामिल है।
देखने वाली बात है कि चीन की महज 4 यूनिवर्सिटी ने ही इस लिस्ट में जगह बना पाई है। मालूम हो इस साल की सूची अब तक की सबसे बड़ी सूची है, जिसमें 25 अलग-अलग स्थानों के 856 कॉलेज शामिल हैं, जिनमें से 148 को पहली बार स्थान दिया गया है।
वहीं, क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग 2024 की बात करें तो उसमें आईआईटी बॉम्बे 149 वें स्थान पर है। जबकि शीर्ष पांच स्थानों पर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी हैं।