देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।
आज के समय में महंगाई काफी ज्यादा बढ़ गई है। खासकर मेट्रो शहरों में स्थिति काफी चिंताजनक है। यहां रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी की अधिक लागत, स्कूल की फीस और अन्य चीजों व सेवाओं की आसमान छूती कीमतें लोगों की जेब पर भारी असर डालती हैं।
अब ऐसे में ही भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर के एक पूर्व छात्र ने भारत के एक महानगर में रहने वाले 4 सदस्यों की फैमिली के लिए खर्चों के डिटेल शेयर करते हुए अनुमान लगाया। एक्स पर उनके इस पोस्ट से सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है।
माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स (पूर्व ट्विटर) पर प्रीतेश काकानी नाम के यूजर ने पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने हिसाब लगाया है कि महानगर में एक परिवार की कुल वार्षिक लागत 20 लाख रुपए हो जाती है। अपने पोस्ट में, उन्होंने घर के किराए, ट्रैवल, स्वास्थ्य देखभाल, एजुकेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, ब्यूटी आदि अधिकतम से लेकर सबसे कम खर्च तक की लागतों के बारे में बताया है। इसमें 35,000 रुपए मासिक किराया, 10,000 रुपए भोजन, 5350 रुपए पेट्रोल, 8000 रुपए मेडिकल खर्च, 1000 रुपए की बिजली और गैस आदि का खर्च शामिल है।
ये पोस्ट @pritesh_kakani नाम के यूजर ने शेयर किया है।
प्रीतेश काकानी ने लिखा कि भारत में मेट्रो शहरों में 4 लोगों की मिडिल क्लास फैमिली आरामदेह रहन-सहन के लिए सालाना 20 लाख खर्च करती है। उन्होंने पूरे वर्ष होने वाले खर्चों को लेकर बनाई अपनी शीट का स्क्रीनशॉट पोस्ट करते हुए लिखा, " इसमें किसी लग्जरी का खर्च नहीं जोड़ा गया है"। अब जैसे ही ये पोस्ट वायरल हुआ तो दो गुट आपस में भिड़ गए। किसी ने इस बात का समर्थन किया तो किसी ने यथार्थवादी अनुमान बताया।
वहीं, एक यूजर ने पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा, 'मैं दिल्ली में रहता हूं, 60 से 80 हजार में खर्चा निकल जाता है'। जबकि एक यूजर ने लिखा, 'मुझे कभी नहीं पता था कि कुत्ते और कारें हमारी जरूरतें हैं। अगर आपके पास घर नहीं है, तो आपको ईएमआई पर कार नहीं खरीदनी चाहिए'। वही, अन्य ने लिखा, 'मैं कह सकता हूं कि हर साल 20 लाख रुपए खर्च करना एक लग्जरी से भरी लाइफ को कवर करता है'।