पूरी दुनिया में दिन में 12 बजते हैं, रात में भी 1 बचते हैं लेकिन क्या आपको एक ऐसे देश के बारे में पता है जहां 12 बजते ही नहीं? इसकी उलट एक जगह है। जहां दिन हो या रात 12 कभी नहीं बचते। इसकी पीछे की बेहद दिलचस्प वजह है, जिसे जानने के लिए इस खबर को पूरा जरूर पढ़े।
पूरी दुनिया बड़ी रंगीन है या यूं कहें कि अलग-अलग विचित्रता से भरी पड़ी है। वहीं पूरी दुनिया में दिन में 12 बजते हैं साथ में 1 भी बजते हैं लेकिन एक ऐसी जगह है, जहां दिन हो या रात 12 नहीं बचते और न ही घड़ियों में 12 अंक होता। जाहिर है कि जब 12 बजते ही नहीं तो 12 अंक ही क्यों होगा। अब बात आती है कि इसके पीछे की आखिर वजह क्या है?
आपको बता दें, इस शहर का नाम सोलाथर्न है और यह दुनिया के सबसे सुंदर देशों में से एक है। इस शहर में रात के 11 बजने के बाद 1 बज जाता है। हकीकत में इस नगर के लोगों में 11 नंबर के पीछे इतन पागलपन है कि घड़ी बनाते वक्त 11 का अगला अंक 12 ही नहीं डालते। वहीं इस नगर में तमाम चीजों के साथ 11 नंबर ही जुड़ा मिलेगा चाहे वह कोई पुराना म्यूज़ियम टावर हो या फव्वारा हो या किसी चर्च के बनने में लगा वक्त हो। लोग जन्मदिन भी 11 तारीख को ही मनाते हैं।
अब बात आती है इस अनोखे पहलू की वजह की। एक पुरानी कथा है। बहुत पहले की बात है जब यहां के लोग जिंदगी से संघर्ष खत्म करने के लिए लगातार मेहनत कर रहे थे तब अचानक नगर में स्थित पहाड़ियों से एक योगिनी प्रकट हुई। जिसकी बाद लोगों की जिंदगी खुशहाल होने लगी। हालांकि कहानी से जुड़ा कोई तथ्य उपलब्ध नहीं हुआ है लेकिन दुनिया में बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो लोककथा पर निर्भर है। कहां जाता है कि है ये अजीबो-गरीब पहलू उसी देवदूत की प्रेरणा का नतीजा है।