हाल ही में एक खबर सामने इंटरनेट पर वायरल हो रही है। जो हैरानी के साथ-साथ बहुत अजीब भी है। यह खबर यूपी का है। जिसमें हरदोई के शारदा नहर विभाग के द्वारा नहर को काटने का नोटिस जारी किया गया है। जिसमें 10 से 12 नाम ऐसे भी हैं जो कई साल पहले मर चुके हैं। मगर नहर विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते यह अजीब कारनामा कर दिखाया है।
ये मामला यूपी के हरदोई का है, जहां के शरदा नहर विभाग का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल, शारदा नहर विभाग ने नहर काटने को लेकर सालों पहले मर चुके किसानों के नाम नोटिस भेज दिए। जब यह मामला सामने आया तो यह विभाग और इसकी कार्यशैली चर्चा का विषय बन गई।
हरदोई के शारदा नहर विभाग के द्वारा नहर काटने को लेकर नोटिस जारी किए गए थे। जिसमें 10 से 12 नाम ऐसे भी हैं जो कई साल पहले मर चुके हैं। मगर नहर विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते यह अजीबोगरीब मामला कर दिखाया और मुर्दों के नाम नोटिस जारी कर दिया। दरअसल, हरदोई के गांव पंडरवा किला में नहर विभाग के द्वारा किसानों को नोटिस दी गई कि उनके द्वारा नहर का काट कर खेतों की सिंचाई की गई है. मगर कुछ किसान तो हैरान रह गए जब उन्होंने गांव के मृतक किसानों के नाम पर ही नोटिस जारी कर दिया गया।
किसान नेता राहुल मिश्रा बताते हैं कि नहर विभाग के द्वारा एक महिने पहले कुछ किसानों को आरोप के साथ नोटिस दिया गया था। जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि किसानों के द्वारा नहर में जानवरों को पानी पिलाया गया था। जिसकी वजह से नहर को नुकसान हुआ है। वहीं इस बार नहर काटने का आरोप लगाते हुए विभाग ने मरे लोगों को भी नोटिस भेज दिया है। ऐसे में उन मृतक किसानों के परिवार वाले परेशान हैं कि अब नोटिस का जवाब किस तरह से दिया जाए क्योंकि जिनके नाम नोटिस है वह तो कऊ समय पहले ही मर चुके हैं।
अखिलेश गौतम ने बताया कि ऐसे किसानों जिनके मृतक होने के बावजूद नोटिस जारी हो गए हैं। उनके परिजनों से लिखित में उनके मृतक होने का प्रार्थना पत्र लेकर सुधार कराए जाएं।