सोशल मीडिया पर आए दिन अजीबोगरीब या दिल दहला देने वाली वीडियो वायरल होती रहती है। वहीं इन दिनों ब्रिटेन से खबर सामने आई है। बता दें ब्रिटेन में सबसे ज्यादा खतरनाक दिन अच्छा! तो इस दिन होती है दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों की मौत, स्टडी ने खोला ये 'राज' की तारीख मानी जाती है। हालांकि यह टाइम पीरियड मौत के लिए काफी रिस्की माना जाता है। चलिए आगे जानते हैं इसके पीछे का पूरा कारण।
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि दुनिया अलग-अलग रहस्यों से भरी पड़ी है। हालांकि जिंदगी का सबसे बड़ा रहस्य जन्म और मृत्यु है जिसके बारे में कोई नहीं जानता। हर मनुष्य के मृत्यु का समय निश्चित होता है। कोई भी इस बात का अंदाजा नहीं लग सकता है कि किसकी मृत्यु कब हो जाए। हालांकि लोग अक्सर मृत्यु से जुड़े रहस्य को जानने के लिए काफी एक्साइटेड रहते हैं। आज हम एक ऐसी खबर आपके लिए लाएं हैं। जिसमें लोगों की मौत के लिए सबसे कॉमन दिन कौन सा होता है तो चलिए आगे इस पूरी खबर के बारे में जानते हैं।
हाल ही में ब्रिटेन के स्टडी में खुलासा हुआ है जिसमें सबसे ज्यादा मृत्यु किस दिन होती है। आफ्टर लाइफ सर्विस साइट बियोंड स्टडी के मुताबिक ब्रिटेन में लोगों की मृत्यु का सबसे ज्यादा कॉमन दिन 6 जनवरी है। इस स्टडी के मुताबिक यह सबसे बड़ा रहस्य हैं। मृत्यु के लिहाज से क्रिसमस के बाद का यह वक्त सबसे खतरनाक होता है। स्टडी के अनुसार ब्रिटेन में 2005 के बाद हर दिन 1387 लोगों की मौत हुई है। चौंकाने वाली बात यह थी कि यह आंकड़ा बढ़कर 6 जनवरी को 1732 हो गया। ब्रिटेन में सबसे ज्यादा खतरनाक दिनों में से 13 दिसंबर से 9 जनवरी के बीच की तारीख मानी जाती है।
मौत की 11 दिन का यह समय काफी रिस्की माना जाता है। इस स्टडी के अनुसार नए साल का तीसरा दिन सबसे ज्यादा खतरनाक दिन है जबकि न्यू ईयर की पूर्व संध्या इस मामले में पांचवें नंबर पर है। इन तमाम मौतों का सबसे बड़ा कारण सर्दी को माना जाता है क्योंकि इससे लोगों की इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाती है और लोग आसानी से बीमारियों के चपेट में आ जाते हैं। दिसंबर के साथ-साथ जनवरी और फरवरी में मॉडर्न हेमिस्फीयर इन्फ्लूएंजा बीमारी की वजह से मौत के मामलों में बढ़ोतरी देखी जाती है जो सर्दियों के मौसम में सबसे ज्यादा फैलती है। हालांकि दिलचस्प बात यह है कि ब्रिटेन में सबसे कम मौत 30 जुलाई को होती है क्योंकि इस समय मौसम का मिजाज काफी गर्म होता है। रिसचर्स कामना है कि गर्मी में मौत का आंकड़ा सर्दियों की तुलना में काफी कम होता है। यानी सर्दियों की तुलना में गर्मी का समय ज्यादा खतरनाक साबित होता है।