कैसे होते है दोमुंहे सांप, जिन्हें पुलिस ने एल्विश यादव की रेव पार्टी से बरामद किया

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<strong>फेमस यूट्यूबर एल्विश यादव रेव पार्टी और उसमें सांपों के जहर से बने ड्रग्स के इस्तेमाल को विवादों में आ गए है।</strong>
फेमस यूट्यूबर एल्विश यादव रेव पार्टी और उसमें सांपों के जहर से बने ड्रग्स के इस्तेमाल को विवादों में आ गए है।
<strong>पुलिस ने उनकी रेव पार्टी में पांच आरोपियों को पकड़ा साथ ही इनके कब्जे से 9 जहरीले सांप और 20 मिलीमीटर जहर बरामद किया।</strong>
पुलिस ने उनकी रेव पार्टी में पांच आरोपियों को पकड़ा साथ ही इनके कब्जे से 9 जहरीले सांप और 20 मिलीमीटर जहर बरामद किया।
<strong>इन 9 सांपों में दोमुंह वाले सांप भी शामिल हैं, आइए जानते है, दो मुंह वाले सांप कैसे होते है।</strong>
इन 9 सांपों में दोमुंह वाले सांप भी शामिल हैं, आइए जानते है, दो मुंह वाले सांप कैसे होते है।
<strong>बता दें, इस सांप का वैज्ञानिक नाम- एरिक्स जॉनी है और असल में इसका दो मुंह से कोई वास्ता नहीं है।</strong>
बता दें, इस सांप का वैज्ञानिक नाम- एरिक्स जॉनी है और असल में इसका दो मुंह से कोई वास्ता नहीं है।
<strong>दरअसल, इस सांप की पूंछ की बनावट ऐसी होती है कि ये दोमुंहे वाला लगता है।</strong>
दरअसल, इस सांप की पूंछ की बनावट ऐसी होती है कि ये दोमुंहे वाला लगता है।
<strong>खतरा होने पर ये सांप अपनी पूंछ को मुंह की तरह हवा में खड़ा कर लेता है, जिससे ये दोमुंहे वाला लगता है।</strong>
खतरा होने पर ये सांप अपनी पूंछ को मुंह की तरह हवा में खड़ा कर लेता है, जिससे ये दोमुंहे वाला लगता है।
<strong>ये एक मोटे बालों वाला सांप है, जिसकी औसत लंबाई 75 सेमी तक होती है। यह मुख्य रूप से लाल-भूरे रंग का होता है।</strong>
ये एक मोटे बालों वाला सांप है, जिसकी औसत लंबाई 75 सेमी तक होती है। यह मुख्य रूप से लाल-भूरे रंग का होता है।
<strong>कहा जाता है ये सांप किसी को नुकसान नहीं पहुचांते और चूहों को अपना आहार बनाते हैं।</strong>
कहा जाता है ये सांप किसी को नुकसान नहीं पहुचांते और चूहों को अपना आहार बनाते हैं।
<strong>ये सांप काफी दुलर्भ होते हैं। कहा जाता है कि ये सांप बंगाल को छोड़ कर पूरे भारत में पाया जाता है।</strong>
ये सांप काफी दुलर्भ होते हैं। कहा जाता है कि ये सांप बंगाल को छोड़ कर पूरे भारत में पाया जाता है।
<strong>इनकी स्मगलिंग भी की जाती है। लोग इन्हें पकड़ कर लाखों कीमत में बेचते है साथ ही विदेशी बाजार में इनकी कीमत करोड़ो में होती है।</strong>
इनकी स्मगलिंग भी की जाती है। लोग इन्हें पकड़ कर लाखों कीमत में बेचते है साथ ही विदेशी बाजार में इनकी कीमत करोड़ो में होती है।
<strong>ये सांप गैर-जहरीले होते हैं। इसे इंडियन सैंड बोआ, जॉन्स सैंड बोआ, एरुटाले नागम, मन्नोली पम्बू और ब्राउन सैंड बोआ के नामों से भी जाना जाता हैं।</strong>
ये सांप गैर-जहरीले होते हैं। इसे इंडियन सैंड बोआ, जॉन्स सैंड बोआ, एरुटाले नागम, मन्नोली पम्बू और ब्राउन सैंड बोआ के नामों से भी जाना जाता हैं।
 <strong>वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहर इस सांप को पकड़ना और इसकी तस्करी करना क्राइम है।</strong>
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहर इस सांप को पकड़ना और इसकी तस्करी करना क्राइम है।

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