आयोजन समिति के कैलाश सुल्तानिया के अनुसार इस तीन दिवसीय आयोजन में देशभर से श्रद्धालु शामिल होंगे। जो अपने परिवार के साथ तीन दिवसीय कार्यक्रमों में उत्साहपूर्वक भाग लेंगे। आज 6 सितंबर को पंचकोसीय परिक्रमा का पहला दिन था। इसके बाद, शाम को चिड़ावा में बिहारीजी मंदिर से एक शोभायात्रा निकलेगी और मंदिर लौटने से पहले कल्याण प्रभु तक यात्रा करेगा। पंचपेड़ में 8 सितंबर को छप्पन भोग की झांकी सजाई जाएगी।