देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।
Russell's viper in Udaipur: दुनिया में सांपों की कई तरह की प्रजातियां पाई जाती है। कुछ सांप काफी जहरीले होते हैं तो कुछ बिल्कुल भी जहरीले नहीं होते हैं। कुछ सांप ऐसे भी होते हैं जो इंसानों को सीधा निगल जाते हैं, ऐसी कई खबरें इंडोनेशिया से हाल ही में सामने आ चुकी है। वहीं भारत में भी मानसून की दस्तक के बाद सांपों के ज्यादा दिखने के मामले सामने आने लगे हैं।
राजस्थान के उदयपुर से भी ऐसी ही कुछ तस्वीर सामने आई है, जिसमें एक बेहद ही जहरीले और खतरनाक सांप (Russell's viper in Udaipur ) को देखा गया है। ये सांप इतना खतरनाक है कि अगर किसी एक शख्स को काट लें तो उस अंग को काटना पड़ जाता है।
सोशल मीडिया साइट रेडिट पर sagnikraha नामक यूजर ने कुछ तस्वीर साझा करते हुए लिखा है कि उसके उदयपुर के आवास के बाहर (Russell's viper in Udaipur ) उसे सांप दिखा। तस्वीर में पीले रंग का सांप देखा जा सकता है। बता दें कि इस सांप का नाम रसेल वाइपर है और यह बहुत ही खतरनाक सांप है।
जैसे ही ये पोस्ट रेडिट पर आया रेडिट यूजर्स ने शख्स को सावधान रहते हुए बताया कि वह उसे तुरंत हेल्पलाइन (Russell's viper in Udaipur ) पर कॉल कर मदद बुलानी चाहिए। वहीं, अन्य ने लिखा, 'ये सांप भारत में कई लोगों की जान ले चुका है, इसलिए इससे बचकर रहो और इसके आसपास भी मत जाओ'। जबकि एक यूजर ने लिखा, 'उसके एक रिश्तेदार को इस सांप ने काट लिया था, उनका एक पैर काटना पड़ा, बड़ी मुश्किल से उनकी जान बची थी'।
ये पोस्ट sagnikraha ने रेडिट पर शेयर की है।
Russell's viper in Udaipur: रसेल वाइपर करीब 4 फिट लंबा होता है और 2.5 जम्प करता है। यह येलो कलर का होता है और सिर से लगाकर पूछ के हिस्से से पहले तक चेननुमा काले रंग की शेप होती है। इस सांप में हिमोटोक्सिन जहर होता है। यह काट लेता है तो ब्लड को फाड़ना (Russell's viper in Udaipur )शुरू करता है, जिस प्रकार दूध फटता है। अगर सही समय पर इलाज नहीं कराया जाता तो ये शरीर के छेद में से खून निकलना शुरू हो जाता है जिसका कोई इलाज नहीं है। जिस अंग पर काटा उसे काटना तक पड़ जाता है।
इसका जहर किडनी और लिवर में जाता है जिससे ज्यादा समय नहीं मिलता है। रसेल वाइपर के काटने (Russell's viper in Udaipur ) के एक घंटे बाद ही उपचार कराना सही है। यह तुरंत जान तो नहीं लेता लेकिन लेकिन शहरी के अंग खत्म कर देता है। शरीर पर फफोले हो जाते हैं।