मासिक शिवरात्रि के दिन सूर्य के उदय होने के पहले उठकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए। स्नान के बाद चौकी पर भगवान शिव और माता पार्वती का चित्र स्थापित कर जल, दूध, गंगाजल, शक्कर शुद्ध घी, दही और शहद अर्पित करना चाहिए। शिव भगवान को प्रिय बेलपत्र, धतुरा और भांग चढ़ाना चाहिए।धूप दीप से भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करनी चाहिए और शिव मंत्र का जाप करना चाहिए।