यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, इटली, फ्रांस और जापान ने सबसे पहले जी-7 देशों का समूह बनाया था, जिसका विस्तार ही जी-20 माना जाता है। 1998 में इस समूह में रूस भी शामिल हो गया था, जिसके बाद इस इस ग्रुप का नाम जी-8 हुआ और आगे 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ लाने के विचार पर चर्चा हुई और अगले वर्ष बर्लिन में एक बैठक आयोजित की गई जहां जी-20 का मुद्दा उठा। 2007 में वैश्विक आर्थिक और वित्तीय संकट के मद्देनजर जी-20 फोरम को राष्ट्र प्रमुखों का दर्जा दिया गया था।