जब भी कोई व्यक्ति बीमार होता है, तो अस्पताल ही जाता है क्योंकि उसकी बीमारी का इलाज कहीं और नहीं बल्कि हॉस्पिटल में ही मिलेगा। लेकिन अब ब्रिटेन से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनने के बाद आप भी हंके-बंके रह जाएंगे। क्योंकि एक व्यक्ति अपना इलाज कराने के लिए गया तो अस्पताल ही था लेकिन वहां कुछ ऐसा हो जाता है कि डॉक्टर उसे चिड़ियाघर भेज देते हैं।
दरअसल, ब्रिटेन में 33 साल के जेसन होल्टन, जो 300 किलोग्राम वजन के साथ ब्रिटेन के सबसे मोटे व्यक्ति में आते हैं। उन्हें खून के थक्के जमने से सूजन होने की बीमारी हो गई है। सूजन की वजह से उनके पैर हाथी के पांव की तरह लग रहे हैं। अपनी इसी बीमारी का इलाज कराने के लिए जेसल ब्रिटेन से लंदन में एक अस्पताल में पहुंचे थे। लेकिन जब जेसन अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उन्हें एक्सरे कराने की सलाह दी।
मालूम हो, डॉक्टरों को शक है कि जेसन के शरीर में बहुत ज्यादा फैट होने के कारण उनके दिल की एक्टिविटी प्रभावित हो रही हैं। इसी कारण उनके शरीर में खून के थक्के जम रहे हैं, जो उनके कार्डियक अरेस्ट का कारण भी बन सकते हैं। इसी कारण डॉक्टर उसका फुल बॉडी चेकअप कर रहे हैं। इसी चेकअप के सिलसिले में डॉक्टरों ने जेसन को एक्सरे कराने के लिए कहा था।
लेकिन मुश्किल तब बढ़ गई जब जेसन के बैठते ही एक्सरे मशीन ही टूट गई। इसके चलते डॉक्टर को उन्हें चिड़ियाघर के अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। दरअसल जेसन के बेहद भारी वजन और विशालकाय शरीर के कारण उनका X-Ray केवल उन मशीनों पर हो सकता है, जिन पर बड़े जानवरों का एक्सरे किया जाता है। इन मशीनों पर जेब्रा, हाथी जैसे बड़े जानवरों का एक्सरे किया जाता है। डॉक्टर के रेफर करने पर जेसन लंदन चिड़ियाघर पहुंचे। जहां, एक्सरे के बाद उनका इलाज शुरू हुआ।
बचपन से ही बेहद मोटे और खाने-पीने के शौकीन जेसन सबसे पहले सुर्खियों में तब आए थे, जब वे बीमार हो गए थे और उन्हें अस्पताल लेकर जाना था। उस समय उन्हें घर से निकालने के लिए फायर ब्रिगेड की इमरजेंसी सर्विस को बुलाना पड़ा था। इसमें करीब 30 फायरफाइटर्स ने कड़ी मेहनत के बाद जेसन को क्रेन की मदद से घर से बाहर निकालकर एंबुलेंस में बैठाया था।