पेट में गैस बनने की समस्या को नजरअंदाज न करें। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपको इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। 30 साल की ब्रिटिश महिला सारा क्रेसवेल को भी एक ऐसी ही परेशानी थी। जिसके कारण उन्हें मतली, उल्टी, दर्द, थकान आदि जैसे लक्षण महसूस होने लगे। जिन डॉक्टरों से उसने पूछा तो उन्होंने कहा कि यह समस्या उनके खानपान के कारण है।
आपको अपनी डाइट बदलने की बहुत जरूरत है। उन्होंने इसके लिए हार्मोनल बदलाव को जिम्मेदार ठहराया। लेकिन लंबे समय तक इलाज के बावजूद कोई बदलाव नहीं आया। ल्यूकेमिया उन कई बीमारियों में से एक थी जिसका डॉक्टरों ने दवा से इलाज करने की कोशिश की लेकिन वे फेल हो गए। आखिरकार जब सच्चाई सामने आई तो हर कोई हैरान रह गया।
एक रिपोर्ट के अनुसार, यह पता चला कि सारा क्रेसवेल को एहलर्स-डैनलोस सिंड्रोम (Ehlers-Danlos Syndrome) है। यह बहुत ही असामान्य जेनेटिक बीमारी है। कोलॉजन प्रोटीन की संरचना में दोष की वजह से यह होता है। कोलॉजन प्रोटीन त्वचा, जोड़ों और अन्य ऊतकों सहित शरीर के अलग-अलग घटकों को एक साथ बांधने के लिए जरुरी हैं। इसमें खराबी आने पर जोड़ ढीले पड़ने लगते हैं। जिससे जोड़ों में दर्द, पेट में गैस बनना, हृदय रोग, सीने में जलन, कब्ज और खड़े होने पर चक्कर आना जैसी समस्याएं हो जाती हैं। सारा कई सालों तक इससे जूझती रही, लेकिन डॉक्टर इसका पता नहीं लगा सके।
सारा को अभी ट्यूब-फीड दिया जा रहा है। उसका दिल इस ट्यूब से जुड़ा हुआ है, जो खून को उसके शरीर को न्यूट्रिशन और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की पूर्ति करने के लिए है। इसे टोटल पैरेंट्रल न्यूट्रिशन के नाम से जाना जाता है। जिसकी वजह से सारा अब लंबे समय के बाद आजादी से रह सकती है। टिकटॉक पर उन्होंने वीडियो पोस्ट किया और दूसरों को इसके बारे में जानकारी दी। उनके वीडियो को 1.6 करोड़ से ज्यादा व्यूज मिल गए है। सारा ने दावा किया, मैं अब आसानी से नहीं थकती और ना ही किसी तरह का दर्द महसूस होता है।
लेकिन कोविड के कारण कुछ दिक्कतें आईं और ट्यूब को बाहर निकालना पड़ा। सारा ने कहा, मैं कोई भी भोजन या दवा लेने में असमर्थ थी। मेरी ट्यूब हटानी पड़ी क्योंकि बीच में मुझे साइनस संक्रमण हो गया था। इसीलिए मुझे कई हफ्तों तक ठीक से खाने के लिए संघर्ष करना पड़ा, जबकि बाहर तापमान 40 डिग्री था। हालाँकि, अभी मुझे ऐसी कोई भी दिक्कत नहीं है। बता दें कि ब्रिटिश अभिनेत्री जमीला जमील (Jameela Jamil) को भी इसी समस्या का सामना करना पड़ा था और उन्हें भी लंबे समय तक अपना इलाज करवाना पड़ा था।