इस बार विश्व कप 2023 की मेजबानी भारत कर रहा है और भारत में ही भारतीय मूल के क्रिकेटर दूसरी टीमों से खेल रहे हैं। हां यह वह भारतीय मूल के खिलाड़ी है जो विदेशी टीमों में धमाल मचा रहे हैं तो आज की इस खबर में हम जानते हैं कि वह कौन से खिलाड़ी है जो कि विदेशी टीम में देसी कमाल कर रहे हैं।
inderbir singh sodhi इस लिस्ट में सबसे पहले नाम आता है न्यूजीलैंड टीम के लेग ब्रेक बॉलर के रूप में खेलने वाले इस सोढ़ी का। इस खिलाड़ी का पूरा नाम इंदरबीर सिंह सोढ़ी है जिनका जन्म 31 अक्टूबर 1992 को लुधियाना में हुआ था। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि उनके नानी नाना दोनों पाकिस्तान के लाहौर से थे जो कि भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद भारत में आकर बस गए थे जिसके बाद उनके माता-पिता न्यूजीलैंड के साउथ ऑकलैंड में रहने लगे थे। वह कहते हैं कि उन्होंने गेंदबाजी कई बड़े-बड़े बॉलर्स को देखकर सीखे है और उन्होंने दीपक पटेल को भी अपना आदर्श बनाया था।
विश्व कप 2023 के पहले मैच में यानी कि न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के मैच में कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरी दुनिया की निगाहे रचिन रविंद्र पर ला दिया भारतीय मूल के स्टार खिलाड़ी सचिन रविंद्र अभी न्यूजीलैंड टीम से खेल रहे हैं और उनके बारे में कहा जाता है कि उनका नाम भारत के पूर्व खिलाड़ी राहुल द्रविड़ से रा लिया गया है और चिन सचिन से लिया गया है। रचिन के माता-पिता बेंगलुरु के रहने वाले हैं जो कि सचिन के जन्म से पहले न्यूजीलैंड जाकर बस गए थे।
vikram jit singh साल 2023 में भगवा रंग के कपड़ों में नजर आ रही नीदरलैंड के ओपनर विक्रमजीत सिंह भी भारतीय मूल के हैं भारत के पंजाब जालंधर से ताल्लुक रखने वाले 20 साल के विक्रमजीत सिंह बाएं हाथ के बल्लेबाज है। विक्रम ने अपने वनडे करियर की शुरुआत न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मैच से की थी 2003 में पंजाब के जालंधर जिले में जन्मे विक्रम के दादा 1980 के दशक में नीदरलैंड चले गए थे। इसके बाद वह 2008 में नीदरलैंड चले गए इनके बारे में कहा जाता है कि इन्होंने क्रिकेट की खास ट्रेनिंग भारत में ही ली है।
इस साल क्रिकेट में इतिहास बना क्योंकि वेस्टइंडीज के टीम ने 2023 वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाया वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 374 रन बनाए थे। जिसके जवाब मैं नीदरलैंड ने उन्हें हरा दिया अब नीदरलैंड के ही भारतीय मूल के अनिल तेजा निदामनुरू ने शानदार शतक लगाया था उन्होंने मात्र 76 गेंद पर 111 रन बनाए दिए। बता दे की तेजी भी एक भारतीय मूल के खिलाड़ी है जिनका जन्म आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में हुआ था और 6 साल की उम्र में वह अपनी मां के साथ न्यूज़ीलैंड चले गए थे।
keshav maharaj केशव महाराज दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के केशव महाराज 33 साल के हैं और 2014-15-2016 के घरेलू सीजन में इन्होंने ताबड़तोड़ प्रदर्शन किए थे जिस कारण उन्हें साउथ अफ्रीका की नेशनल टीम में शामिल कर लिया गया स्पिन गेंदबाजी करते हुए केशव महाराज आज साउथ अफ्रीका की जान बन चुके है।