कहां से आई परंपरा?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूस में ऊंचे इलाकों या पहाड़ी इलाकों पर चट्टानी पिरामिड दिखाना आम है। जिन्हें रूस में 'गुरियास' या 'टूर्स' कहा जाता है। वहीं इंग्लैंड में इन्हें 'केर्न्स कहते है। लेकिन सवाल है कि ये परंपरा कहां से आई? तो बता दें, पुराने समय में, दुनिया भर के लोग ऐतिहासिक स्थलों के रूप में ऐसे पिरामिड बनाते थे। जैसे, बड़े पिरामिड दफन टीले या डोलमेंस की ओर इशारा करते थे। वहीं कुछ दूरी पर रखे गए 'गुरिया' गति की दिशा का संकेत दे सकते हैं। इस बीच, एक पहाड़ की चोटी पर 'गुरियास', हाईएस्ट प्वाइंट को मार्क करता है।