पूरे दिन आलस में रहती थी महिला, डॉक्टर ने बता दी ये बीमारी

पूरे दिन आलस में रहती थी महिला, डॉक्टर ने बता दी ये बीमारी
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आलसपन कोई बीमारी नहीं है, लेकिन अगर आप पूरे दिन आलसपन में रहते हैं तो डॉक्टर भरपूर नींद लेने की सलाह देते है। लेकिन अगर हम कहें कि एक महिला जो 12 से 14 घंटे की नींद लेती है फिर भी थकान में चूर रहती है तो आपको भी ये सुन अचंभा होगा लेकिन एक महिला के साथ ऐसा ही हुआ है। जहां कई घंटे सोने के बाद भी उसकी थकान ही नहीं जाती है।

डॉक्टर ने बताई ये बीमारी

दरअसल, उत्तरी कैरोलिना की रहने वाली 26 साल की एलिसा पेशे से एक मॉडल और डिजिटल मार्केटर हैं। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, जब उन्हें लगा कि अब उनका आलसपन बढ़ता ही जा रहा है तो उन्होंने डॉक्टरों से सलाह मांगी। एलिसा ने बताया कि डॉक्टर ये कहकर सालों तक उनकी परेशानी को टालते रहे कि आलस होना आम बात है।

उन्होंने एलिसा को केवल कॉफी पीने की सलाह दी, ताकि आलसपन को दूर भगाया जा सके, पर कॉफी पीने के बावजूद भी उनकी समस्या जैसी थी वैसी ही बनी रही। बाद में जाकर पता चला कि असल में एलिसा को इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया नाम की बीमारी थी।

क्या है इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया ?

आपको बता दें, इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया एक दुर्लभ क्रोनिक स्लीप डिसऑर्डर है, जिसमें बिना किसी स्पष्ट कारण के इंसान को बहुत ज्यादा नींद आती है। यह बीमारी 10 लाख लोगों में से सिर्फ 50 को ही होती है। आलसपन, चक्कर आना, सिरदर्द, स्लीप पैरालिसिस और ब्रेन फॉग इसके लक्षणों में शामिल हैं। एलिसा कहती हैं कि कभी-कभी तो उन्हें साधारण कामों को करने के लिए भी घंटों-घंटों प्लान बनाना पड़ता है, क्योंकि वह उनकी एकाग्रता बन ही नहीं पाती है।

नॉर्मल काम करने में लगते हैं घंटे

एलिसा बात करते हुए बताती है कि कभी-कभी तो उन्हें सिर्फ नहाने के लिए भी घंटों प्लान करना पड़ता है, क्योंकि उनकी थकान कभी मिटती ही नहीं है। वो 12-14 घंटे भी सो जाती हैं, तो भी ऐसा लगता है जैसे वो सोई ही नहीं हैं और भयंकर नींद आने लगती है। हालांकि अब तो वह अपनी इस गंभीर समस्या का इलाज करा रही हैं और साथ ही दूसरे लोगों को भी जागरूक कर सलाह दे रही हैं कि अगर उन्हें भी इस तरह की कोई समस्या है तो वो डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

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