Chaitra Navratri: महाष्टमी-नवमी पर ध्यान रखें ये 7 बातें
Khushboo Sharma
बेहद खास
चैत्र नवरात्रि के त्योहार में अष्टमी और नवमी के दिन को बहुत खास माना जाता है। अष्टमी-नवमी के दिन कई नियमों का पालन करना जरूरी होता है
नियम
मान्यताओं के अनुसार यदि इन नियमों का पालन ना किया जाए तो इससे माता दुर्गा नाराज हो सकती हैं तो चलिए आज की स्टोरी में जानते हैं इन नियमों के बारे में
देर तक न सोएं
मान्यता के मुताबिक इन दोनों दिनों में देर तक सोने से बचना चाहिए। इस दिन सुबह जल्दी स्नान करके माता रानी का पाठ करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है
स्नान करें
यदि आपने व्रत नहीं भी रखा है तो भी सुबह जल्दी स्नान करके पूजा अवश्य करें। महा नवमी के दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए
दुर्गा चालीसा
माता महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा पूरे मन के साथ करनी चाहिए। पूरे भक्ति भाव से दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशति का पाठ करें
हवन पूजन
अष्टमी और महा नवमी के दिन हवन पूजन जरूर करना चाहिए। माना जाता है कि नवरात्रि पर पूजा-पाठ, हवन पूजन के बिना अधूरी मानी जाती है
कन्या पूजा
यदि आपने अष्टमी का व्रत रखा है तो महा नवमी के दिन आप कन्या पूजन कर माता को विदा करने के बाद ही व्रत का विधिवत पारण कर सकते हैं
इन कामों की मनाही
नवमी के दिन कोई भी नया काम करने की मनाही होती है। मान्यताएं हैं कि नवमी खाली तिथि होती है। मतलब इस दिन किए गए कार्यों में सफलता नहीं मिलती
न करें सेवन
नवमी के दिन लौकी का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। अगर आपने अष्टमी का व्रत रखा है तो महा नवमी के दिन पारण में हलवा पूरी और चने से ही अपना व्रत खोलें
Disclaimer: यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें