मुंशी प्रेमचंद ऐसी कहानियां, जिससे मिलेंगे जीवन के IMPORTANT LIFE LESSON

Pannelal Gupta

मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1980 को वाराणसी में हुआ था। 8 अक्टूबर 1936 को महज 56 साल की उम्र में उनका निधन हो गया है।

मुंशी प्रेमचंद का असली नाम धनपत राय था, प्रेमचंद के पिता जी का नाम अजायबराय लाल था, डाकघर में नौकरी करते थे 

कफन, पूस की रात, ईदगाह, दो बैल, सवा सेर गेहूं, हज-ए-अक्बर, राह-ए-नजात, बड़े घर की बेटी मुंशी प्रेमचंद की फेमस कहानियां हैं।

प्रेमचंद शुरुआत से ही पढ़ने में तेज़ और वकील बनना चाहते थे, लेकिन गरीबी के कारण उनका सपना पूरा नहीं हो सका 

कफ़न   इंसान को कभी भी कामचोरी नहीं करनी चाहिए

विजय   लालच करना बुरी बात है 

दो बैलों की कथा   आज़ादी हर इंसान के लिए बहुत जरूरी है 

गोदान  अत्याचार और शोषण के खिलाफ संघर्ष करने से ही न्याय मिलता है 

पूस की रात  जीवन चुनौतियों से भरा है, इसलिए लोगों को हमेशा चौकन्ना रहना चाहिए 

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