बीते 100 वर्षो में तक़रीबन 75 हवाई जहाज को बरमूडा ट्रायंगल ने अपने अंदर समा लिया ,इतना ही नहीं कुल 1000 लोगों की मौत भी इस बरमूडा ट्रायंगल की वजह से हुई
लगभग 5 लाख स्क्वायर किलोमीटर में फैली ये जगह अटलांटिक सागर में स्तिथ है
ऐसा माना जाता है की इसकी खोज क्रिस्टोफर कोलंबस ने की थी , उनके द्वारा लिखे गए लेखों में यहां हुई घटनाओ के बारे में पता चलता है
अगर विज्ञान की माने तो बरमूडा के ऊपर चलने वाली हवा इतनी काफी तेज होती हैं , हवा की रफ़्तार 170 मील प्रति घंटा होती है जिससे ऊपर उड़ रहे हवाई जहाज अपना संतुलन खो देते हैं और उनका एक्सीडेंट हो जाता है
एक रिपोर्ट के अनुसार अपने हेक्सागोनल शेप की वजह से बादल 'एयर बम ' बना लेते है जिसकी वजह से ट्रायंगल में भारी वस्तुओ को अपनी और खींचने की ताकत होती हैं
आखिर में हवा और बादल आपस में मिलकर जहाज को समुद्र की तली तक ले जाते हैं