लड़कियों को लेकर कई मिथ्स और गलतफहमियां आज भी समाज में फैली हुई हैं। यहां हम आपको उन्हीं कुछ मिथ्स के बारे में बताने वाले हैं, जिन पढ़ आप भी हैरान रह जाएंगी
लड़कियां कमजोर होती हैं
लड़कियां शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर होती हैं, इस पुराने मिथ को कई लोग आज भी सच मानते हैं
जबकि, सच्चाई ये हैं कि लड़कियां भी उतनी ही मजबूत और सक्षम हो सकती हैं जितना कोई भी व्यक्ति
लड़कियां ड्राइविंग में अच्छी नहीं होतीं
यह भी एक गलत धारणा है कि लड़कियां ड्राइविंग में कम ज्ञानी होती हैं। ड्राइविंग की क्षमता व्यक्ति पर निर्भर होती है, न कि लिंग पर
लड़कियां सिर्फ घरेलू काम करती हैं
समाज में यह मान्यता सालों से चली आ रही है कि लड़कियां सिर्फ घर के कामों में ही माहिर होती हैं
लेकिन आज के समय में लड़कियां सभी क्षेत्रों में सफलता हासिल की रही हैं और कई महत्वपूर्ण भूमिकाओं में काम कर रही हैं
लड़कियां बौद्धिक रूप से कमजोर होती हैं
लड़कियां बौद्धिक क्षमताओं में पुरुषों से कम होती हैं, पूरी तरह से झूठ है। लड़कियां आज सभी क्षेत्रों में झंडे गाड़ रही हैं, ऐसे में ये उनकी बौद्धिक क्षमताओं को कम मानना गलत है
शांति पसंद और झगड़ों से दूर
यह भी महिलाओं को लेकर एक मिथ बना हुआ है कि उन्हें हमेशा शांति की तलाश करती हैं और झगड़ों से दूर रहती हैं
किसी भी व्यक्ति की व्यक्तित्व की जटिलताएं उनकी लिंग से नहीं जुड़ी होतीं। अगर कहीं कुछ गलत हो रहा है, तो लड़कियां वहां शांत नहीं रहती हैं