Smartphone में कई बार आपने नोटिस किया होगा कि हमारा फोन अपने आप अपडेट हो जाता है। वहीं, कई लोग अपडेट आते ही तुरंत फोन में नया सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर लेते हैं
लेकिन कुछ लोग हैं जो Software Update को इग्नोर कर अपने बाकी कामों में लग जाते हैं। ऐसे में हम आपको बताने वाले हैं कि सोफ्टवेयर के अपडेट होने के क्या फायदे है और क्या नुकसान
कई बार पुराने सॉफ्टवेयर में छोटी-मोटी खामियां या बग्स आ जाते हैं, जिन्हें कंपनी अपडेट के जरिए ठीक करने करती है
कई बार फोन चलाते वक्त जो दिक्कतें आ रही हैं, इस बात को जानने के लिए डेवलपर्स लोगों से फीडबैक कलेक्ट करते हैं और फिर इस फीडबैक के आधार पर यूजर्स एक्सपीरियंस को बढ़ाने के लिए काम करने लगते हैं
फोन की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के अलावा बाकी चीजों को अपग्रेड करने का भी काम सोफ्टवेयर अपडेट से किया जाता है
फोन चलाते वक्त स्मार्टफोन यूजर्स को सॉफ्टवेयर में किसी तकनीकी खामी की वजह से ऐप्स के साथ कम्पैटिबिलिटी इशू का सामना करना पड़ता है
हैंडसेट में आ रहे कम्पैटिबिलिटी इशू को नए अपडेट की मदद से दूर किया जाता है
वहीं, कई बार देखा गया है कि सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद कुछ यूजर्स को नए अपडेट में बग्स को लेकर शिकायत आती है
इसके अलावा कुछ यूजर्स फोन में किसी नई परेशानी का सामना करने लगते हैं जिस वजह से यूजर्स की परेशानी बढ़ने लगती है
यही वजह है कि कुछ लोग नया सॉफ्टवेयर अपडेट देखकर भी इग्नोर कर देते हैं, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि हर बार ऐसा हो। क्योंकि ये फोन की परफॉर्मेंस परफेक्ट करने के लिए ही किया जाता है