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By Aastha Paswan
July, 03, 2024
Source: Google
बिना टैक्स के दायरे में आए ही आईटीआर भरने को शून्य रिटर्न कहते हैं.
सालाना 2.5 लाख रुपये से कम कमाई करने वाले इसे भर सकते हैं.
60 साल की उम्र से कम का व्यक्ति शून्य रिटर्न भर सकता है.
टैक्स के दायरे में नहीं आते तो आपके लिए रिटर्न भरना जरूरी नहीं है.
शून्य रिटर्न भरकर आप विभाग को ये बता सकते हैं कि आपकी कमाई टैक्सेबल नहीं है.
शून्य रिटर्न भरने से आपको वीजा मिलने में आसानी होती है.
पासपोर्ट बनवाने में भी यह डॉक्यूमेंट काफी काम आ सकता है.
बैंक लोन के लिए भी रिटर्न फॉर्म को महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट माना जाता है.
पेशेवर हैं तो भी आपको रिफंड के लिए आईटीआर भरना होगा.