ब्रिटने की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के बाद से ही विश्व में शोक की लहर उत्पन्न हो चुकी थी जिसके चलते क्वीन को श्रद्धाजंलि देने के लिए विश्व के 200 से भी ज्यादा राज नेताओं का आगमन हुआ था. भारत की तरफ से राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ब्रिटेन गई थी और उन्हें नम आंखों से किया नमन।इसी को लेकर ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में भारत की ओर से मुर्मू के पहुंचने पर पूर्णत आभार व्यक्त किया।
8 सितंबर को हुआ था क्वीन का निधन
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का आठ सितंबर को 96 साल की उम्र में उनके बाल्मोरल कैसल स्थित आवास पर निधन हो गया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में सोमवार को सुबह महारानी के अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया था।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र से इतर क्लेवरली ने बुधवार को एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मैं महारानी के अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति को भेजने के लिए भारत का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे राष्ट्रपति मुर्मू से मिलने का मौका मिला और यह बहुत मायने रखता है।’’राष्ट्रपति मुर्मू एलिजाबेथ द्वितीय की राजकीय अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर लंदन गई थीं। वहां उन्होंने भारत सरकार व भारत के लोगों की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी थी।
मुर्मू ने ब्रिटेन के महाराज चार्ल्स तृतीय द्वारा एलिजाबेथ द्वितीय की याद में बकिंघम पैलेस में आयोजित एक समारोह में भी शिरकत की थी।भारतीय राष्ट्रपति शनिवार की शाम लंदन पहुंचीं थीं। महारानी की अंत्येष्टि में दुनियाभर के शाही परिवार के सदस्यों समेत विश्व के करीब 500 नेता शामिल हुए। अंतिम संस्कार की रस्म वेस्टमिंस्टर एबे में की गई, जहां करीब 2,000 लोग मौजूद थे।