विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने चेतावनी दी कि कोरोना वायरस की महामारी अभी विश्व में कहीं खत्म नहीं हुई है और ओमिक्रॉन के बाद भी इसके नये वैरिएंट सामने आने की संभावना है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख की चेतावनी ऐसे समय आई है जब ये तर्क दिये जा रहे हैं कि ओमिक्रॉन वैरिएंट काफी हल्का है और इसने कोरोना वायरस से उत्पन्न खतरे को समाप्त कर दिया है।
विश्व में कहीं भी खत्म नहीं हुआ कोरोना का कहर
टेड्रोस ने कहा कि ओमिक्रॉन का जोखिम औसतन कम हो सकता है, लेकिन इसे हल्की बीमारी बताया जाना भ्रामक है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन अस्पताल में भर्ती होने तथा मौतों की वजह बनने के साथ ही कम गंभीर मामलों के बावजूद स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रभावित कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूरोपीय देशों में मंगलवार को ओमिक्रॉन के रिकॉर्ड मामले दर्ज किये गये।
कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण करना बहुत जरूरी
डब्ल्यूएचओ के निदेशक (आपात स्थिति) माइक रयान के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रसार से अस्पताल में भर्ती होने और मौतों में इजाफे के मामलों में बढ़त की आंशका है, विशेषकर उन देशों में जहां कम लोगों का टीकाकरण हुआ है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि फिलहाल ऐसे कोई साक्ष्य नहीं है जिससे स्वस्थ बच्चों और किशोरों को कोविड-19 के बूस्टर खुराक की आवश्यकता प्रतिपादित हो।
स्वस्थ बच्चों को बूस्टर खुराक जरुरी है, इसका कोई साक्ष्य नहीं
डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने यह दावा किया कि तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ समय के साथ टीके की प्रतिरक्षा में कुछ कमी जरुर आयी है, लेकिन अभी यह पता लगाने के लिए और अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता है कि बूस्टर खुराक की आवश्यकता किसे है। उन्होंने कहा कि अभी स्वस्थ बच्चों या स्वस्थ किशोरों को बूस्टर खुराक जरुरी ही है, इसके कोई युक्तिसंगत साक्ष्य नहीं है।
ओमीक्रॉन को लेकर WHO की मुख्य वैज्ञानिक ने दिया चौकाने वाला बयान
इसके साथ ही सौम्या स्वामीनाथन ने एक चौकाने वाला बयान देते हुए कहा कि 'ओमीक्रॉन वेरिएंट डेल्टा के खिलाफ इम्युनिटी' को बढ़ा सकता है। लेकिन इसके लिए उन्होंने एक शर्त भी बताई, उन्होंने कहा कि यह तभी संभव हो सकता है जब व्यक्ति ने कोरोना वैक्सीन लगवा रखी हो। सरल शब्दों में अगर किसी व्यक्ति ने कोरोना वैक्सीन के शॉट लिए हुए हैं तो कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन उनकी इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक होगा।