नैरोबी : तंजानिया में विक्टोरिया झील में एक नौका के डूबने की घटना में मरने वालों की संख्या 131 हो गई है। इसके साथ ही देश के राष्ट्रपति जॉन मैगुफुली ने नौका प्रबंधन से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। राहत एवं बचावकर्मी अभी दर्जनों अन्य लोगों की तलाश में जुटे हैं। मीडिया के मुताबिक एमवी न्येरेरी नाम की नौका पर क्षमता से दोगुना, करीब 200 यात्री सवार थे। यह नौका गुरूवार को उकारा द्वीप पर तट के पास डूब गयी। तंजानिया के राष्ट्रपति जॉन मैगुफली ने घटना को लेकर नौका प्रबंधन से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। उन्होंने घटना के चलते चार दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की और कहा कि हादसे में कम से 131 लोग मारे गए हैं।
राष्ट्रपति ने नौका हादसे की जांच का दिया आदेश
तंजानिया के राष्ट्रपति जॉन मागुफुली ने विक्टोरिया झील में गुरुवार को हुए नौका हादसे की जांच और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। इस हादसे में कम से कम 136 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है और लापता अन्य लोगों की तलाश जा रही है। श्री मागुफुली ने शुक्रवार को सरकारी प्रसारणकर्ता टीबीसी पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन चार दिन के राजकीय शोक की घोषणा करते हुए कहा,’हमने इस हादसे के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।’
उन्होंने कहा,’मुझे सूचना मिली है कि नौका के कैप्टन समेत कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुझे बताया गया कि कैप्टन नौका पर मौजूद नहीं था।’ श्री मागुफुली ने इस हादसे की राजनीतिकरण के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा,’संबद्ध अधिकारियों को मामले की जांच करने दें।’
दरअसल विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने सरकार पर इस हादसे को लेकर विलंब से प्रतिक्रिया व्यक्त करने का आरोप लगाया था। गौरतलब है कि एमवी न्येरेरे नामक नौका, जिसमें 300 से अधिक लोग सवार थे, झील के सबसे बड़ द्वीप यूकेरेवे से कुछ ही मीटर पहले डूब गयी। हादसे के बाद 37 लोगों को पानी से सुरक्षित निकाल लिया गया। गुरुवार रात में बचाव अभियान बंद कर दिया गया था लेकिन शुक्रवार की सुबह जब यह दोबारा शुरू किया गया तो कई डूबे हुए लोगों के शवों का मिलना शुरु हुआ।
तंजानिया में कई बड़ नौका दुर्घटनाएं होती रही हैं। विक्टोरिया झील में 1996 में एक नाव डूबने से कम से कम 500 लोगों की मौत हो गयी थी और 2012 में हिंद महासागर के जंजीबार द्वीपसमूह के पास एक नाव डूबने से 145 लोग मारे गये थे।